Israel-Hamas War: इजराइल-हमास युद्ध के बाद से गाजा की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है. अक्टूबर से शुरू हुए इजराइल-हमास युद्ध में हजारों लोगों की मौत हो गई. वहीं, गाजा की स्थिति बहुत दयनीय हो गई है. यहां भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है. गाजा में लगभग 2 मिलियन लोग भुखमरी से जूझ रहे हैं.
दरअसल, पिछले 10 महीनों से जारी युद्ध के बीच इतनी भयावह स्थिति हो गई है कि 2 मिलियन (20 लाख) से ज्यादा लोग भुखमरी के शिकार हैं. आलम यह है कि गाजा में लोग भूख के चलते तड़प तड़पकर मर रहे हैं. वहीं, इजराइल के मंत्री ने गाजा वासियों की इस स्थिति पर बयान देते हुए इसे उचित और नैतिक बताया है. गाजा की इस स्थिति पर इजराइल के मंत्री के टिप्पणी से यूरोपीय संघ नाराज हैं.
जानिए क्या बोले इजराइल के मंत्री
गाजा में लगभग 2 मिलियन लोग भुखमरी से जूझ रहे हैं, इस मामले पर बयान देते हुए इजराइल के वित्त मंत्री बेजालेल स्मोत्रित ने इस स्थिति को उचित और नैतिक बताया है. उन्होंने कहा कि बंधकों को आजाद कराने के लिए गाजा में मिलियन लोगों को भूखा मारना उचित और नैतिक है, लेकिन दुनिया में कोई भी हमें ऐसा करने की इजाजत नहीं देगा. गाजा वासियों के लिए मानवीय सहायता को लेकर उन्होंने कहा कि हम मानवीय सहायता ला रहे हैं क्योंकि हम लोगों के पास इसके अलावा कोई ऑप्शन नहीं है. स्थिति की बात करते हुए स्मोत्रित ने कहा कि हम इस समय एक ऐसी स्थिति में हैं जहां इस युद्ध को चलाने के लिए अंतरराष्ट्रीय वैधता की जरूरत है.
भूखा मारना अपराध
इजराइली मंत्री के इस टिप्पणी से अंतरराष्ट्रीय कम्युनिटी में काफी आक्रोश है. यूरोपीय संघ ने इस टिप्पणी को लेकर कहा है कि नागरिकों को जानबूझकर भूखा मारना एक युद्ध अपराध है. इजराइल एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय कानून और मानवता के सिद्धांतों का अपमान करता दिख रहा है. इसके बाद यूरोपीय संघ ने एक बार फिर तत्काल युद्ध विराम की अपनी इस बात को दोहराया है, जिसमें बंधकों की रिहाई और गाजा के लोगों के लिए सहायता की मांग करता है.
फ्रांस और ब्रिटेन ने भी की आलोचना
खास बात यह है कि फ्रांस और ब्रिटेन ने भी इजराइली मंत्री के इस बयान की आलोचना की है. फ्रांस ने इस तरह की टिप्पणी पर अपनी निराशा दिखाते हुए कहा है कि गाजा में मानवीय सहायता देना अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून के तहत एक दायित्व है. ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड लैमी ने भी इसकी निंदा की है.
हमास के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, गाजा पर इजराइल के किए गए अटैक में लगभग 39 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, लेकिन मंत्रालय ने स्पष्ट नहीं किया है कि इसमें से कितने आतंकी और कितने नागरिक हैं.