Israel Hamas War: इजराइल में नेतन्याहू का विरोध, बंधकों की रिहाई के लिए सड़क पर उतरे प्रदर्शनकारी

Shubham Tiwari
Shubham Tiwari
Sub Editor The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
Must Read
Shubham Tiwari
Shubham Tiwari
Sub Editor The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Israel Hamas War: इजराइल में एक बार फिर बंधकों की रिहाई को लेकर सड़कों पर प्रदर्शन शुरू हो गए हैं. लोग बंधकों की रिहाई की मांग को लेकर नेतन्याहू सरकार का विरोध कर रहे हैं. सरकार के खिलाफ हजारों प्रदर्शनकारी तेल अवीव में इकट्ठा हुए और गाजा में बंधक बनाए गए बंधकों की रिहाई के लिए बड़े प्रयासों की मांग की.

जानिए पूरा मामला…

दरअसल, हाल ही में हमास ने 6 बंधकों को मार डाला. जिसके बाद से इजराइल सरकार से बंधकों की रिहाई की मांग तेज हो गई है. इसी कड़ी में शनिवार को इजराइली प्रदर्शनकारी सेना मुख्यालय और अन्य सरकारी भवनों पर जुटे और जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ नारे लगाए गए. साथ ही युद्धग्रस्त क्षेत्र में अभी भी बंद 100 से अधिक कैदियों की रिहाई के लिए हमास के साथ शांति को लेकर दबाव डाला.

पीएम नेतन्याहू जिम्मेदार…

अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले वीकेंड के प्रदर्शन में अनुमानित 750,000 लोगों ने भाग लिया था. शनिवार को मार्च में शामिल हुए बंधकों के परिवारों ने उनकी रिहाई के लिए बातचीत करने के सरकार के प्रयासों पर निराशा जताई. साथ ही कई लोगों ने समझौता करने में विफलता के लिए पीएम नेतन्याहू को जिम्मेदार ठहराया क्योंकि उन्हें लगा कि युद्ध के दौरान उन्हें सत्ता पर बने रहने में मदद मिलेगी.

ज्ञात हो कि गाजा में संघर्ष पिछले साल 7 अक्टूबर को हमास के हमले के बाद बढ़ गया, जहां लगभग 2,500 आतंकवादियों ने गाजा पट्टी से सीमा पार करके इज़राइल में प्रवेश किया, जिससे लोग हताहत हुए और बंधक बना लिया गया था. इन में से कई बंधकों को अब तक हमास के आतंकियों द्वारा मार दिया गया है. इन्हीं बंधकों की रिहाई की मांग को लेकर इजराइल के आम नागरिक सरकार का विरोध कर रहे हैं.

Latest News

भारतीय अर्थव्यवस्था ने नवंबर में दिखाया दम, बिजनेस एक्टिविटी 3 महीने के उच्चतम स्तर पर

भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) के लिए नवंबर का महीना खास साबित हुआ. बता दें कि नवंबर में भारतीय अर्थव्यवस्था...

More Articles Like This