Israel Hamas War: पिछले साल आतंकी संगठन हमास और इजराइल के बीच छिड़ा जंग अभी थमा नहीं है. वहीं अब इजराइल पर 7 अक्टूबर को हुए हमास हमले को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है. एक इजराइली टेलीविजन चैनल ने अपनी रिपोर्ट में हैरान कर देने वाले दावे किए हैं. नई रिपोर्ट के अनुसार 7 अक्टूबर को हमास के हमले से पहले इजराइली सेना को इस बारे में एक दस्तावेज मिल चुकी थी. दस्तावेज में न केवल बड़े पैमाने पर हमले का जिक्र था, बल्कि लोगों को भी बंधक बनाने की आशंका जताई गई थी.
हमले से पहले मिला था दस्तावेज
रिपोर्ट की मानें तो इजराइली मिलिट्री की 8200 इंटेलिजेंस यूनिट ने दस्तावेज को 19 सितंबर को जारी किया था. इस दस्तावेज को इजराइल के वरिष्ठ अधिकारियों के भी ध्यान में लाया गया लेकिन उस रिपोर्ट को नजरअंदाज कर दिया गया. इजराइल के कान पब्लिक ब्रॉडकास्टर के अनुसार, खुफिया रिपोर्ट में यहां तक बताया गया था कि कुल मिलाकर 200 से 250 के बीच लोगों को बंधक बनाया जाएगा. खास बात ये रही कि जब 7 अक्टूबर को इजराइल पर हमास ने हमला किया तो कुल 251 लोगों को ही बंधक बनाया गया. इस हमले में 1200 इजराइली लोगों की मौत हो गई थी.
नजरअंदाज की गई पुख्ता जानकारी
कान पब्लिक ब्रॉडकास्टर ये रिपोर्ट प्रकाशित करने वाली इजराइल की इकलौती मीडिया एजेंसी नहीं है. बल्कि कुछ और हिब्रू भाषा के मीडिया संस्थानों ने भी इसी तरह के रिपोर्ट्स प्रकाशित किए हैं और इजराइली रक्षा विभाग को हमले को लेकर इनपुट होने का दावा किया है. इजराइल के रक्षा विभाग को तब दिए गए दस्तावेज में यहां तक कहा गया था कि हमास किस तरह इजराइल के शहरों और मिलिट्री ठिकानों को टारगेट करेगा और जवानों, लोगों को बंधक बनाकर गाजा ले जाएगा. ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा कि हमले की जानकारी मिनट दर मिनट होने के बावजूद भी इजराइली सेना ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया. हमले से जुड़ी पुख्ता जानाकारी को नजरअंदाज किया.
इजराइली सेना ने रिपोर्ट पर क्या कहा?
हालांकि इजराइल की सेना ने हमास हमले से पहले जानकारी मिलने वाली बात से इनकार किया है. लेकिन इजराइली सेना आईडीएफ ने यह जरूर कहा है कि वह कमियों का पता लगाने को लेकर लगातार जांच कर रहे हैं. जो भी जानकारी निकलेगी, उसे साफगोई से लोगों के समक्ष लाया जाएगा. इजराइली सेना ने लगातार समय के साथ अपनी सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद किया है.
इजराइल-हमास युद्ध की मौजूदा स्थिति
इधर इजराइल हमास जंग के बीच गाजा में मौजूदा स्थिति ये है कि इजराइली हमले लगातार जारी हैं. वहीं घरेलू राजनीति में इजराइल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू का विरोध बढ़ता जा रहा है. बंधकों के परिवार वाले उनकी रिहाई को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं और वह इस जंग को लेकर नेतन्याहू सरकार की अब तक की रणनीति की आलोचना कर रहे हैं. अब तक इजराइल के गाजा पर हमले में 37 हजार से भी ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं.
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