इजरायली सैनिकों को भी नहीं पता था कि मारा गया मोस्ट वांटेड याह्या सिनवार; ऐसे हुई पुष्टी

Abhinav Tripathi
Sub Editor, The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Israel Hamas War: इजरायल हमास के बीच जारी जंग कब समाप्त होगी, इसको लेकर कुछ कहा नहीं जा सकता है. हालांकि, इजरायल को एक बड़ी कामयाबी पिछले दिनों मिली थी. इजरायल के सैनिकों ने हमास के पॉलिटिकल चीफ और 7 अक्तूबर के हमले के मास्टरमाइंड याह्या सिनवार को मार डाला. हालांकि, इजरायल के सैनिकों यानी आईडीएफ का कहना है कि हमास के चीफ याह्ना सिनवार को मारना प्लान में नहीं था, लेकिन इजरायल की किस्मत ने साथ दिया और जिस दुश्मन को वह मारना चाहते थे, वही उनके सामने आ गया और मारा गया. वैसे किस तरीके से इजरायल के सैनिकों ने सिनवार को मारा इसका खुलासा अभी नहीं हो पाया है.

कैसे मारा गया इजरायल का दुश्मन नंबर एक

कुछ रिपोर्ट् में दावा किया जा रहा है कि इजरायल के सैनिक गाजा में हमास के ठिकानों को नेस्नाबूत करने के लिए निकले थे. इस दौरान उन्होंने तीन हमास के आतंकियों को देखा. इजरायली डिफेंस फोर्स यानी IDF की 828वीं बिस्लामाच ब्रिगेड ने बुधवार को गश्त के दौरान सिनवार समेत हमास के तीन लोगों को मार डाला. बताया जा रहा है कि इन तीन में से दो आतंकियों ने इजरायल की सेना को देख लिया और खुद को बचाने की कोशिश की, लेकिन इजरायल की सेना ने तीनों को देख लिया और मार डाला.

टैंक के गोले से मचाई तबाही

बता दें कि गाजा के कुछ इलाकों में इजरायल ने पहले अपने कुछ ड्रोन को जायजा लेने के लिए भेजा. इस दौरान एक इमारत में ड्रोन के सहारे नजर आया कि एक व्यक्ति सोफे पर बैठा है. उसने अपने चेहरे पर स्कार्फ बांध रखी है. इस व्यक्ति को देखने के बाद लग रहा था कि वह थका है. जैसे ही उसने ड्रोन को देखा वो उसे एक छड़ी से मारने की कोशिश करने लगा, इसके बाद इजरायली सेना ने उस पूरी इमारत को ही तोप की मदद से धराशायी कर दिया.

कैसे हुए मौत की पुष्टी?

इसके ठीक अगले दिन इजरायली सैनिक मारे गए शवों की जांच करने के लिए दोबारा उस इलाके में गए. वहां पर जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ी वैसे ही आईडीएफ को पता चला की मृत व्यक्तियों में से एक की कुछ समानताएं याह्या सिनवार जैसी हैं. शक के आधार पर उन्होंने उस शव की उंगलियों को काट लिया. ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर इजरायल के सैनिकों ने ऐसा क्यों किया. दरअसल, इजरायल पूरी तरह पुष्टि करना चाहता था कि यह याह्या सिनवार है या नहीं. इसलिए उसकी उंगली को डीएनए और फिंगरप्रिंट मिलान के लिए भेजा गया.

आपको जानना चाहिए कि याह्ना सिनवार इजरायल की जेल में करीब 30 सालों तक रह चुका है. इस वजह से इजरायल के पास सिनवार का डीएनए, उंगली के निशान और दांतों का डेटा है. इसके बाद डीएनए टेस्टिंग और फिंगरप्रिंट से पता चला की यह याह्ना सिनवार है. सिनवार को अक्सर कई इजरायली बंधकों की ओर से सुरक्षा दी जाती थी. कुछ इस तरीके से याह्ना सिनवार को मारने के बाद इजरायल ने अपने नंबर वन दुश्मन को समाप्त कर दिया.

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