Israel iran conflict: इस समय इजरायल द्वारा गाजा और लेबनान में लगातार खालिस्तानी आतंकियों को निशाना बनाकर हमले किये जा रहे है. इसी बीच ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अरागची ने इजरायल को गाजा और लेबनान में चल रहे युद्ध कि मध्य पूर्व के बाहर फैलने की चेतावनी दी है.
दरअसल, अरागची ने अपने एक भाषण के दौरान स्पष्ट रूप से कहा कि गाजा और लेबनान में चल रहा संघर्ष सिर्फ पश्चिम एशिया तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि अन्य क्षेत्रों में भी इसके गंभीर परिणाम देखे जा सकते हैं.
हिजबुल्लाह पर इजरायल की कार्रवाई तेज
बता दें कि 7 अक्टूबर 2023 में हमास द्वारा इजरायल पर अचानक हमले के बाद से इजरायल ने गाजा पट्टी में हमास के खिलाफ एक विनाशकारी युद्ध छेड़ा है. हालांकि इजरायल का यह कदम ईरान समर्थित फिलिस्तीनी चरमपंथी समूह के बढ़ते हमलों को रोकने का प्रयास है.
इजरायल ने हाल ही में लेबनान में आर्थिक और सैन्य रूप से ईरान समर्थित हिजबुल्लाह समूह पर भी अपनी कार्रवाई बढ़ा दी है. दोनों पक्षों की ओर से लगातार किए जा रहे हमले के बाद से इनके बीच तनाव और भी बढ़ गया है. वहीं, तेहरान ने अमेरिका और इजरायल की चेतावनियों के बाद भी जवाबी कार्रवाई करने की कसम खाई है.
ईरान की प्रतिक्रिया और चेतावनी
वहीं, ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेज़ेशकियान का कहना है कि यदि गाजा और लेबनान में युद्ध विराम होता है, तो इससे ईरान की प्रतिक्रिया पर प्रभाव पड़ सकता है. ऐसे में उन्होंने संकेत दिया कि इजरायल यदि युद्ध विराम स्वीकार करता है और निर्दोष लोगों का नरसंहार रोकता है तो ईरान द्वारा होने वाली प्रतिक्रिया की तीव्रता कम किया जा सकता है.
खामनेई के सलाहकार ने दी ईरान नसीहत
इसके अलावा, ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के सलाहकार अली लारिजानी ने भी इजरायल के खिलाफ बिना सोचे-समझे प्रतिक्रिया से बचने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि इजरायल का मकसद ईरान को संघर्ष में खींचना है ऐसे में ईरान को इजरायल के जाल में फंसने से बचना चाहिए. उन्हें कहा कि इस वक्त ईरान को समझदारी और संयम के साथ प्रतिक्रिया करने की आवश्यकता है.
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