israel-lebanon ceasefire: अमेरिका में हाल ही में दक्षिणी लेबनान से इजरायल की सेना की वापसी का समय सीमा में विस्तार किया है, जिसे लेकर हिजबुल्लाह नेता नईम कासिम ने कहा कि युद्धविराम समझौते के तहत निर्धारित समय सीमा बीत चुकी है और इसमें अब किसी भी विस्तार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
हिज्बुल्लाह नेता नईम कासिम ने कहा कि “इजरायल की वापसी के लिए निर्धारित समय के बाद क्या होगा? इजरायल को वापस लौटना ही होगा क्योंकि युद्ध विराम समझौते के 60 दिन पूरे हो चुके हैं. ऐसे में अब हम एक भी पल या एक दिन के लिए विस्तार की किसी भी दलील को स्वीकार नहीं करते हैं.”
इजरायल ने लेबनान पर लगाया आरोप
वहीं, हाल ही में इजरायल ने कहा कि उसकी सेना की वापसी लेबनानी समूह के साथ संघर्ष विराम समझौते में निर्धारित 60 दिन की अवधि से अधिक समय में होगी. इजरायल का आरोप है कि युद्ध विराम समझौते की शर्तों को लेबनानी राज्य ने पूरी तरह से लागू नहीं किया है, जिससे अभी भी इसमें बाधाएं आ रही है.
अमेरिका ने किया युद्धविराम की समयसीमा में विस्तार का ऐलान
बता दें कि रविवार को अमेरिका ने कहा था कि लेबनान और इजराइल के बीच समझौता 18 फरवरी, 2025 तक प्रभावी रहेगा, जो पहले से तय 26 जनवरी की समय सीमा का विस्तार है. अमेरिका के इस कदम के बाद हिज्बुल्लाह नेता नईम कासिम ने भाषण दिया. जिसमें उसने कहा कि समूह को जानकारी मिली है कि वाशिंगटन ने शुरू में लेबनानी अधिकारियों के समक्ष युद्ध विराम समझौते को 28 फरवरी तक बढ़ाने का प्रस्ताव रखा था, जिसे उन्होंने सिरे से अस्वीकार कर दिया.
लेबनान की कार्यवाहक प्रधानमंत्री ने दिया बयान
वहीं, मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, लेबनान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री नजीब मिकाती ने अमेरिकी राजदूत लिसा जॉनसन के साथ एक बैठक की. इस दौरान उन्होंने कहा कि देश ने 18 फरवरी, 2025 तक इजरायल के साथ संघर्ष विराम समझौते का पालन करना स्वीकार कर लिया है.
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