Israel-Syria Conflict: इजरायली सेना ने सीरिया के कुनेत्रा प्रांत की ज्यादातर रणनीतिक पहाड़ियों और सैन्य चौकियों पर कब्जा कर लिया है. इसकी जानकारी रूसी मीडिया द्वारा दी गई है. दरअसल, 8 दिसंबर को दमिश्क पर विद्रोहियों के कब्जे के तुरंत बाद ही सीरिया में इजरायल ने सैन्य अभियान शुरू किया. इस दौरान आईडीएफ बॉर्डर पर अल्फा लाइन को पार कर बफर जोन में पहुंचे और इसे अपने नियंत्रण में ले लिया.
रिपोर्ट के अनुसार, इजरायली सेना ने प्रांत के लगभग 95 प्रतिशत हिस्से पर अपना नियंत्रण स्थापित कर लिया है. लेबनानी मीडिया आउटलेट अल-मायादीन का दावा है कि इजरायली सेना ने सीरिया के करीब 440 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र पर कब्जा किया है. हालांकि, कुनेत्रा पर कब्जे को लेकर इजरायल की ओर से कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी है.
माउंट हरमोन पर इजरायल का नियंत्रण
रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायल ने सीरिया के गोलान हाइट्स क्षेत्र में सबसे ऊंची चोटी माउंट हरमोन पर भी कब्जा कर लिया है, हाल ही में इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस क्षेत्र का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने कहा था कि जबतक इजरायल की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कोई अन्य व्यवस्था लागू नहीं होती, तबतक हरमोन क्षेत्र में इजरायली सेना तैनात रहेगी.
Prime Minister Netanyahu at Mount Hermon: “We will stay here as long as it takes to guarantee Israel’s security.”
With Syria on edge, he praised the IDF’s strength and vowed to protect Israel at all costs. pic.twitter.com/WQapZWPl3U
— Hananya Naftali (@HananyaNaftali) December 18, 2024
गोलान हाइट्स को लेकर इजरायल का प्लान
बेंजामिन नेतन्याहू आईडीएफ को साल 2025 तक इस क्षेत्र में तैनाती के लिए तैयार रहने के निर्देश दिया हैं. सारथ ही गोलान हाइट्स में बस्तियों को दोगुना करने की योजना को भी मंजूरी दे दी है, जिसका मकसद इजरायली आबादी को बढ़ाना. इसके लिए नेतन्याहू ने 4 करोड़ शेकेल (करीब 95 करोड़ रुपये) का बजट पास किया है, जिसपर मुस्लिम देशों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने इजरायल के इस फैसले की निंदा की है.
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