Israel Bomb Blast News: ईरान समर्थक हूति विद्रोहियों ने इजराइल के तेल अवीव में शुक्रवार सुबह बड़ा धमाका किया है. इस धमाके में एक शख्स की मौत हो गई, जबकि कम कम से कम 10 लोगों के घायल होने की खबर है. हमला अमेरिकी दूतावास से करीब हुआ है. बताया जा रहा है कि ये ड्रोन से किया गया हवाई हमला था. इजराइल की सेना ने बताया कि वे धमाके की जांच कर रहे हैं. सेना ने घटना के बाद हवाई गश्त बढ़ा दिया है.
इजराइली सुरक्षा को दिया चकमा
इजराइली रक्षा बलों ने पुष्टि की है कि यह एक ड्रोन अटैक था. सेना ने कहा कि शुरुआती जांच से पता चला है कि ड्रोन से हुए हवाई हमले ने शहर को प्रभावित किया है. इस बात की जांच की जा रही है कि ड्रोन इजराइली हवाई क्षेत्र में घुस आया और सायरन क्यों नहीं बजा. यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि इजराइल की कड़ी सुरक्षा को चकमा देते हुए इस हमले को कैसे अंजाम दिया गया. सेना का कहना है कि अब एयरफोर्स की ओर से लड़ाकू विमान के जरिए आसमान पर नजर रखी जाएगी.
अमेरिकी दूतावास के पास हमला
टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के मुताबिक, ये धमाका खतरनाक तरीके से अमेरिकी दूतावास के पास हुआ. धमाका होने के बाद सड़कों पर अराजकता की स्थिति दिखाई दी. इमरजेंसी सर्विस ने बताया है कि हमले में घायल 10 लोगों का इलाज चल रहा है. वहीं एक 50 वर्षीय जख्मी व्यक्ति को अस्पाताल में मृत घोषित कर दिया गया.
हूती उग्रवादी संगठन ने ली हमले की जिम्मेदारी
जानकारी के अनुसार, ईरान समर्थक हूति उग्रवादी संगठन के प्रवक्ता अंसार अल्लाह ने इसकी जिम्मेदारी ली है. साथ ही उसने ये भी कहा है कि हम फलिस्तीन के साथ खड़ें है और इजराइल पर ऐसे ही हमले जारी रहेंगे. अंसार अल्लाह ने कहा कि तेल अवीव हमारे निशाने पर रहेगा हूती समूह ने दावा किया है कि ऐसा ड्रोन छोड़ा है जो इजराइल के रडार सिस्टम को भी मात दे सकता है.
इजराइल और हमास के बीच जंग जारी
यह धमाका इजराइली सेना द्वारा पुष्टि किए जाने के कुछ घंटों बाद हुआ कि उसने दक्षिणी लेबनान में ईरान समर्थित हिजबुल्लाह मिलिशिया के एक वरिष्ठ कमांडर को ढेर कर दिया है. तीन दिन पहले मंगलवार की रात भी दक्षिणी और मध्य गाजा में इजरायली एयरस्ट्राइक में 60 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए थे. हमास और इजराइल के बीच करीब नौ महीने से जंग चल रहा है. बता दें कि इजराइल ने अब तक हूती उग्रवादियों पर कोई हमला नहीं किया है और वह पूरा ध्यान गाजा में युद्ध और लेबनान के आतंकी समूह हिजबुल्लाह के साथ जारी लड़ाई पर केन्द्रित कर रहा है.
ये भी पढ़ें :- इटली में प्रधानमंत्री का मजाक उड़ाना पत्रकार को पड़ा भारी, कोर्ट ने लगाया 5000 यूरो का जुर्माना