Israeli Minister Nir Barkat: मिडिल ईस्ट में संघर्ष का माहौल बना हुआ है. इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच संघर्ष विराम समझौते के बाद भी लेबनान में दोनों पक्षों से हमले जारी है. इसी बीच इजरायल के इकॉनमी और इंडस्ट्री मंत्री नीर बरकत का बयान सामने आया है. मंत्री नीर बरकत ने कहा है कि इजरायल क्षेत्र में संघर्षों का सामना कर रहा है.
उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से, हमारे पड़ोसी जिहादी हैं. यह एक पवित्र युद्ध है, वो इजरायल को खत्म करना चाहते हैं. नीर बरकत ने कहा कि मिडिल ईस्ट को फिर से आकार देने की एकमात्र उम्मीद यह है कि वो इजरायल को मान्यता दें और समझें कि सुरंगों और आतंक के निर्माण के बजाय, दुबई और अन्य शहरों की तरह निर्माण करें जिससे नौकरियों के अवसर उभरें.
‘हम दुबई जैसी शांति चाहते हैं‘
मंत्री बरकत ने कहा कि हम अपने पड़ोसी देशों को दुबई बनाते देखना चाहते हैं, ना कि गाजा. उन्होंने कहा कि हम दुबई जैसी शांति चाहते हैं. हम अब्राहम समझौते का विस्तार करके इंडोनेशिया, सऊदी और अन्य आधुनिक अरब राज्यों को शामिल करना चाहते हैं. वो देश जिहादी नहीं हैं.
वो शांति और सहयोग चाहते हैं और इसलिए हमारे पड़ोसियों को तय करना होगा- लेबनान को तय करना होगा, क्या वो खुद को हिजबुल्लाह से आजाद करना चाहते हैं, जो इजरायल के खिलाफ हमले कर रहा है…उन्हें तय करना होगा कि वो कहां जा रहे हैं. यदि वो शांति की तरफ बढ़ते हैं, तो हम अब्राहम समझौते का विस्तार करेंगे.
दोबारा नहीं होने देंगे 7 अक्टूबर जैसी घटना‘
इजरायल के मंत्री नीर बरकत ने यह भी कहा कि हम उनके साथ सहयोग करने का तरीका ढूंढ लेंगे. लेकिन, अगर वो इजरायल को निशाना बनाने और हमें समुद्र से बाहर फेंकने के अपने लक्ष्य पर टिके रहते हैं, तो यह काम नहीं करेगा. वो भारी संकट में आ जाएंगे, क्योंकि हम 7 अक्टूबर जैसी घटना दोबारा नहीं होने देंगे.
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