मेरे सामने मेरी पूरी जिंदगी है, लेकिन अब… हमास की कैद में 19 साल की लड़की, सामने आया वीडियो

Raginee Rai
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Israeli Captive Video: पिछले साल 7 अक्‍टूबर को हमास ने इजरायल पर हमला कर लगभग 250 इजरायलियों को बंदी बना लिया था. अभी भी गाजा में लगभग 90 लोग कैदी हैं. बंधकों की रिहाई को लेकर आए दिन इजरायल में प्रदर्शन हो रहे हैं. इसी बीच हमास की सैन्य विंग अल-कस्साम ब्रिगेड ने शनिवार को एक वीडियो जारी किया है, जिसमें 19 साल इजरायली बंदी लिरी एलबाग अपनी हिरासत का जिम्मेदारी इजरायली सरकार को बता रही हैं. वीडियो फुटेज में एलबाग ने इजरायल के सरकार और सेना पर बंधकों को उनकी ‘किस्मत’ पर छोड़ने का आरोप लगाया है.

द टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के अनुसार, जब हमास ने हमला किया, तब इजराइल डिफेंस फोर्स की सैनिक लिरी एलबाग गाजा सीमा के पास नाहल ओज सैन्य अड्डे पर तैनात थी. उन्हें और 6 अन्य लोगों को हमास समूह ने बंधक बनाया, जबकि हमलों में 15 सैनिक मारे गए थे.

क्लिप में एलबाग ने क्या कहा?

साढ़े तीन मिनट के वीडियो में लिरी एलबाग ने कहा कि उसे 450 दिनों से अधिक समय से बंधक बनाकर रखा गया है और दावा किया कि इजरायल की सरकार उसे और दूसरे बंधकों को भूल गई है. वीडियो में हिब्रू में उन्होंने कहा, “मैं सिर्फ 19 साल की हूं. मेरे सामने मेरी पूरी जिंदगी है, लेकिन अब मेरी पूरी जिंदगी रुक गई है.

सामने आए वीडियो में एलबाग ने खुलासा किया कि चल रहे इजरायली सैन्य अभियानों के वजह से एक और कैदी को गंभीर चोटें आई हैं, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि बंदियों की रिहाई इजरायली सेना की वापसी पर निर्भर करता है. एलबाग ने दुख जताते हुए ये भी कहा कि कैदी सरकार या सेना के लिए प्राथमिकता नहीं हैं.

परिवार की पीएम नेतन्‍याहू से की मांग

एलबाग के फुटेज के बाद उनके परिवार ने एक वीडियो बयान जारी कर कहा कि, “क्लिप ने हमारे दिल को तोड़कर रख दिया है. यह वह बेटी और बहन नहीं है जिसे हम जानते हैं, उसकी परेशानी साफ दिखाई दे रही है.” परिवार ने इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू से उसकी सुरक्षित रिहाई सुनिश्चित करने की अपील की. उन्‍होंने कहा कि यह फैसला लेने का वक्‍त है जैसे कि यह आपके अपने बच्चे हों.

ये भी पढ़ें :- J&k: किश्तवाड़ में पहाड़ी से नदी में गिरी कार, 4 की मौत, चालक सहित दो लापता

 

 

More Articles Like This

Exit mobile version