इटली की पीएम मेलोनी ने की राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात, जानिए ये दौरा क्यों है खास

Abhinav Tripathi
Sub Editor, The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Italy PM Georgia Meloni China Visit: इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी इस समय चीन की आधिकारिक यात्रा पर हैं. उनके दौरे के बाद तमाम सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर मेलोनी चीन में कर क्या रही हैं. चीन में उन्होंने शी जिनपिंग से मुलाकात की इसके बाद चर्चा और बढ़ गई. उन्होंने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ एक अहम बैठक भी की,  जिसमें यूक्रेन में युद्ध और मध्य पूर्व में संकट पर चर्चा हुई. इस बात की जानकारी मेलोनी के कार्यालय की तरफ से दी गई. इस जानकारी में कहा गया कि इस दौरान बढ़ती वैश्विक असुरक्षा से निपटने में एक भागीदार के रूप में चीन के महत्व पर जोर दिया.

जानिए ये दौरा क्यों है खास

इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी की इस यात्रा को इटली और चीन के संबंधों को फिर से पटरी पर लाने से जोड़कर देखा जा रहा है. कहा जा रहा है कि मेलोनी दोनों देशों के रिश्ते एक बार फिर से मजबूत करने की कोशिश में जुटी हैं. इटली की पीएम के चीन दौरे को लेकर मेलोनी के कार्यालय ने कहा कि दोनों नेताओं ने यूक्रेन में युद्ध से लेकर मध्य पूर्व में स्थिति के और बढ़ने के जोखिमों तक अंतरराष्ट्रीय एजेंडे में प्राथमिकता वाले मुद्दों पर चर्चा की. उन्होंने इंडो-पैसिफिक में बढ़ते तनाव पर भी चर्चा की.

यह भी पढ़ें: US News: राष्ट्रपति जो बाइडन ने की Kamala Harris की तारीफ, जानिए क्या कहा…

इस वजह से चीन के दौरे पर पहुंची मेलोनी

जानकारी दें कि मेलोनी पिछले वर्ष इटली का चीन की प्रमुख बेल्ट और रोड पहल से बाहर निकलने के बाद और पश्चिम और दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के बीच बिगड़ते व्यापार संबंधों के बीच बीजिंग संग अपने देश के आर्थिक संबंधों को फिर से शुरू करने की कोशिश में जुटी हुई हैं.

बीजिंग में शी जिंपिंग से मुलाकात के बाद हुई बातचीत के बारे में मेलोनी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर असुरक्षा बढ़ रही है, मुझे लगता है कि इन सभी से निपटने के लिए चीन से बात करना बहुत जरूरी है.” मेलोनी ने बीजिंग की ओर झुकाव के बजाय व्यापार को और ज्यादा समान स्तर पर लाने के महत्व पर जोर दिया. उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि इटली यूरोपीय संघ के साथ संबंधों में भी अहम भूमिका निभा सकता है. यहां भी बैलेंस्ड व्यापार संबंध बनाने की कोशिश की जा सकती है.

द प्रिंटलाइंस-

More Articles Like This

Exit mobile version