Italy Birth Rate: इटली में भी चीन की तरह जनसंख्या संकट गहराता जा रहा है. देश में बर्थ रेट 2024 में अपने ऐतिहासिक न्यूनतम स्तर पर पहुंच गई है. इससे पीएम जॉर्जिया मेलोनी की सरकार के लिए नई चुनौतियां खड़ी हो गई हैं. राष्ट्रीय सांख्यिकी एजेंसी इस्टैट (Istat) की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, इटली में प्रति महिला बर्थ रेट कम होकर 1.18 हो गई है, जो 1995 में दर्ज 1.19 के रिकॉर्ड से भी कम है. एक्सपर्ट के अनुसार, यदि ऐसे ही चलता रहा तो देश की काम करने वालों की जनसंख्या पर गंभीर प्रभाव पड़ेगा और इससे अर्थव्यवस्था पर भी प्रभाव पड़ेगा.
बर्थ रेट में आई गिरावट
आंकड़ों के मुताबिक, 2024 में इटली में केवल 3,70,000 बच्चों का जन्म हुआ, जो 2023 की तुलना में 2.6 प्रतिशत कम है. यह गिरावट लंबे समय से चली आ रही जनसंख्या संकट को और गहरा बना रही है. यदि 1995 तुलना करे, तो उस साल 5,26,000 बच्चों का जन्म हुआ था, यानी पिछले तीन दशकों में जन्म दर में भारी गिरावट दर्ज की गई है. इटली में बढ़ती उम्र की जनसंख्या और गिरती बर्थ रेट का यह संतुलन देश की सामाजिक और आर्थिक स्थिति को प्रभावित कर सकता है.
मौतों की संख्या में भी आई कमी
हालांकि, मौतों की संख्या में भी मामूली गिरावट दर्ज की गई है. 2024 में कुल 6,51,000 मौतें हुईं, जो 2023 के मुकाबले 3.1 प्रतिशत कम हैं. इसके बावजूद, जन्म और मृत्यु दर के बीच का अंतर 2,81,000 का बना हुआ है, जिससे पता चलता है कि इटली की जनसंख्या लगातार घट रही है. हालांकि, औसत जीवन प्रत्याशा बढ़कर 83.4 साल हो गई है, जो 2023 के तुलना में लगभग पांच महीने अधिक है. यह आंकड़ा दर्शाता है कि स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार हो रहा है, लेकिन युवा जनसंख्या में गिरावट चिंता का विषय बनी हुई है.
परिवार और छोटे होते जा रहे
इस्टैट की रिपोर्ट के मुताबिक, इटली में फैमिली का आकार भी लगातार छोटा होता जा रहा है. 2003-2004 के आंकड़ों के मुताबिक, एक परिवार में औसतन 2.6 सदस्य होते थे, जबकि अब यह संख्या घटकर 2.2 रह गई है. पारिवारिक संरचना में यह बदलाव इटली की सांस्कृतिक और सामाजिक व्यवस्था को भी प्रभावित करेगा. बर्थ रेट में गिरावट के वजह से कई स्कूल बंद होने की कगार पर हैं और भविष्य में वर्कर्स की कमी के कारण पेंशन प्रणाली पर भी दबाव बढ़ सकता है.
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