Jagmeet Singh: सोमवार को ऑस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त फिलिप ग्रीन ने सार्जेंट जगमीत सिंह की भारत से ऑस्ट्रेलियाई वायु सेना तक की प्रेरक यात्रा की तारीफ की. साथ ही भारत की विविधता और बहुसंस्कृतिवाद का भी बखान करते हुए कहा कि सार्जेंट जगमीत सिंह की भारत से ऑस्ट्रेलिया की वायु सेना तक की यात्रा आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणादायक है और भारत की विविधता और बहुसंस्कृतिवाद का एक अद्भुत उदाहरण है.
साथियों को सिखाया पगड़ी पहनना
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉम पर पोस्ट कर कहा कि ‘ऑस्ट्रेलिया एक आधुनिक और बहुसांस्कृतिक देश है, जो 300 से अधिक पूर्वजों के लोगों का घर है. वहीं, ऑस्ट्रेलिया के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि सार्जेंट जगमीत सिंह दिसंबर 2006 में ऑस्ट्रेलिया आए और जनवरी 2007 में रक्षा बल भर्ती में शामिल हुए.
वहीं, जगमीत सिंह ने कहा कि ‘मुझे लगता है कि उस वक्त वायुसेना में पगड़ी पहनने वाला मैं पहला व्यक्ति था. तब से मैंने अपने प्रशिक्षक साथियों को यह सिखाने में मदद की है कि मैं पगड़ी कैसे पहनता हूं और बैज कैसे लगाता हूं.’उन्होंने कहा कि ‘मुझे उम्मीद है कि मेरे प्रयासों ने भविष्य की पीढ़ियों के लिए मार्ग प्रशस्त किया है. भारत में इंडो-पैसिफिक एंडेवर 23 पर ऑस्ट्रेलियाई वायु सेना का प्रतिनिधित्व करना उनके करियर की उल्लेखनीय उपलब्धियों में से एक था.
मैं सिर्फ अपनी भूमिका ही नहीं निभा रहा…
उन्होंने आगे कहा कि ‘अपने जन्म देश में वापस आकर और जिस झंडे की मैं सेवा करता हूं उसे पहनकर मुझे बहुत गर्व महसूस हुआ. मैं केवल अपनी भूमिका ही नहीं निभा रहा था, बल्कि मैंने एक भाषाविद् और स्थानीय गाइड के रूप में एक अनौपचारिक भूमिका निभाई. जगमीत सिंह ने कहा कि दोनों देशों के बीच एक कड़ी बनना बहुत अच्छा लग रहा है, जो सांस्कृतिक और भाषा बाधाओं को तोड़ने में मदद करता है.
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