Japan Earthquake: जापान ने सोमवार को कई भूकंप आने के बाद सुनामी की चेतावनी जारी की है जिसमे उन्होंने तटीय क्षेत्र में रहने वाले लोगो को अपने घर वापस ना लौटने के आदेश दिया है. कई भूकंपो में से सबसे बड़ा भूकंप 7.6 तीव्रता का था ,जिसमें जापान के मुख्य भूमि होंशु के पश्चिमी तट पर कई इमारतें ढह गयी. रिपोर्ट की माने तो भूकंप से करीब 24 लोगो की मृत्यु की खबर आयी है. इसके अलावा राहत सामग्री और रेस्क्यू सुनिश्चित करने का आदेश भी अधिकारीयों को प्रधानमंत्री द्वारा दिया जा चुका है.
पीएम ने दिए आदेश
प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने बताया की उन्होंने अधिकारीयों को हवाई जहाज़ के ज़रिये ज़रूरी सामग्री जैसे पानी,भोजन और ठण्ड से बचने के लिए कंबल, हीटिंग तेल,गैसोलीन को लोगो तक पहुंचने का आदेश दिया है. इसके इलावा उन्होंने बचाव दल और आपदा प्रबंधन दल को भी जल्द घटनास्थल पर पहुँचने का निर्देश दिया है.
इमारतों में लगी आग
भूकंप के बाद वाज़िमा शहर में 100 दुकाने और घरों में आग लग गयी और खबर के मुताबिक एक सात मंज़िला इमारत पूरी तरह ढह गई. जिस इलाके में आग लगी है वह पर्यटकों के बीच एक लोकप्रिय प्रसिद्ध पारम्परिक बाज़ार है. वाज़िमा शहर के अधिकारीयों के अनुसार कम से कम 8 लोगो की मृत्यु की भी खबर आई है. मौसम विभाग के अधिकारी ने बताया की सोमवार को जापान में एक के बाद एक करके 155 भूकंप के झटके आए जिसमे दो तो 7.6 और 6 तीव्रता के थे और 153 भकंपो की तीव्रता 3 से अधिक रही है. भूकंप के कारण 24 लोगो की मृत्यु हो गई है.
30000 से अधिक घरो में गयी बिजली
उपयोगिता प्रदाता होकुरिकु इलेक्ट्रिक पावर ने कहा कि इशिकावा और टोयामा प्रांतों में 36,000 से अधिक घरों में बिजली गुल हो गई है। जापान मौसम विज्ञान एजेंसी (जेएमए) ने इशिकावा, निगाटा और टोयामा के तटीय क्षेत्रों के लिए सुनामी की चेतावनी जारी की. एक प्रमुख सुनामी की चेतावनी – मार्च 2011 में पूर्वोत्तर जापान में आए भूकंप और सुनामी के बाद पहली – इशिकावा के लिए जारी की गई थी, लेकिन बाद में इसे डाउनग्रेड कर दिया गया और अंततः एक सलाह में कटौती की गई, जिसका अर्थ है कि 1 मीटर (3 फुट) ऊंची लहरें उठने की उम्मीद की जा सकती है.
भारत ने जारी की आपातकालीन संपर्क नंबर
भारतीय दूतावास ने 1 जनवरी को जापान में एक आपातकालीन कक्ष तैयार किया है, जिसमे भूकंप और सुनामी से जुड़े लोग संपर्क कर सकते है. जापान में रह रहे भारतीय नागरिको के लिए आपातकालीन संपर्क नंबर भी जारी किये है. एक्स पर साझा किए गए एक बयान में, जापान में भारतीय दूतावास ने कहा, “दूतावास ने 1 जनवरी, 2024 को आए भूकंप और सुनामी के संबंध में किसी से भी संपर्क करने के लिए एक आपातकालीन नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है. “किसी भी सहायता के लिए निम्नलिखित आपातकालीन नंबरों और ईमेल आईडी पर संपर्क किया जा सकता है.”
राष्ट्रपति जो बाइडन ने सहायता का किया वादा
राष्ट्रपति जो बाइडन ने एक बयान में कहा “जिल और मैं जापान के उन लोगों के लिए प्रार्थना कर रहे हैं जो भयानक भूकंप से प्रभावित हुए हैं. मेरा प्रशासन जापानी अधिकारियों के संपर्क में है, और संयुक्त राज्य अमेरिका जापानी लोगों के लिए कोई भी आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए तैयार है. करीबी सहयोगियों के रूप में, संयुक्त राज्य अमेरिका और जापान के बीच दोस्ती का गहरा बंधन है जो हमारे लोगों को एकजुट करता है. इस कठिन समय में हमारी संवेदनाएँ जापानी लोगों के साथ हैं “.
ये भी पढ़े: विश्वविद्यालय का उत्थान तभी देश का उत्थान, भारतीदासन यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में बोले पीएम मोदी