अमेरिकी राष्ट्रपति की सुरक्षा में हुई चूक, जो बाइडेन के काफिले से टकराई कार, एक्शन में सीक्रेट सर्विस

Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Joe Biden: अमेरिका के डेलावेयर में रविवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की सुरक्षा में बड़ी चूक सामने आई है. आपको बता दें कि बाइडेन अपनी पत्नी जिल बाइडेन के साथ एक कार्यक्रम से लौट रहे थे, तभी उनके काफिले से एक गाड़ी टकरा गई. हालांकि, इस हादसे में राष्ट्रपति और फर्स्ट लेडी को कोई चोट नहीं आई. मौके पर तैनात सीक्रेट सर्विस ने दोनों को रेस्क्यू कार में बिठाकर रवाना कर दिया.

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जिस कार ने राष्ट्रपति के काफिले को टक्कर मारी, वह एक सिल्वर कलर की सेडान थी. इस दोनों गाड़ियों की टक्कर होने के बाद सीक्रेट सर्विस के एजेंट्स ने तुरंत कार को घेर लिया. इसके साथ ही ड्राइवर के सिर पर बंदूकें तान दीं.

40 मीटर की दूरी पर थे Joe Biden

इन दोनों की गाड़ियों की टक्कर जो बाइडेन से करीब 40 मीटर की दूरी पर हुई. दरअसल, बाइडेन और उनकी पत्नी कैंपेन के लिए डेलावेयर गए थे. दोनों ने एक रेस्तरां में खाना खाया. वहीं, रेस्तरां में ही कुछ दूरी पर पत्रकार जुटे हुए थे, जो अमेरिकी राष्ट्रपति से कुछ सवाल कर रहे थे कि तभी गाड़ी क्रैश होने की आवाज आई. जिसके बाद सीक्रेट सर्विस एक्शन में आ गई.

सीक्रेट सर्विस पर है राष्ट्रपति की सुरक्षा की जिम्मेदारी

बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति दुनिया के सबसे ताकतवर राष्ट्रपति माने जाते है,  मगर उनकी सुरक्षा के मामले में फैसले लेने का काम सीक्रेट सर्विस का है. यदि राष्ट्रपति चाहें भी तो उन्हें अकेला नहीं छोड़ा जाता है. इतना ही नहीं यदि अमेरिका के राष्ट्रपति किसी भी देश की यात्रा करने का निर्णय लेते हैं, तो तय तारीख से करीब तीन महीने पहले ही सीक्रेट सर्विस अपना काम शुरू कर देती है.

अमेरिका ने देखी हैं 4 राष्‍ट्रपतियों की हत्‍या

कुल मिलाकर राष्ट्रपति एक तरह से सुरक्षा के कवच में चलते हैं जिसमें मल्टी लेयर सिक्योरिटी है. जो ना केवल बेहद मजबूत है, बल्कि बहुत महंगी भी है. दरअसल, अमेरिका ने अपने चार राष्ट्रपतियों की हत्या देखी है. जिसमें 1865 में अब्राहम लिंकन, 1881 में जेम्स गारफील्ड, 1901 में विलियम मैकिनली, 1963 में जॉन एफ कैनेडी शामिल है. यहीं वजह है कि सीक्रेट सर्विस बाइडेन की सिक्योरिटी के लिए काफी गंभीर रहती है, इस मामले को लेकर वो किसी प्रकार का कोई रिस्क नहीं लेना चाहते हैं.

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