इस मुस्लिम देश ने की इजरायल की मदद, मार गिराई ईरान की कई मिसाइलें, अब अपने ही घर में घिरा

Raginee Rai
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Jordan: ईरान ने मंगलवार देर रात इजरायल के सैन्‍य अड्डों और मोसाद ऑफिस को निशाना बनाते हुए सैंकड़ों मिसाइले दागीं. हालांकि इस हमले में इराजयल के मध्‍य और दक्षिण हिस्‍से में थोड़ा बहुत नुकसान देखने को मिला. क्‍योंकि इजरायल के एयर डिफेंस अधिकतर मिसाइलों को मार गिराने में कामयाब रही. इसमें इजरायल को अमेरिका के साथ जॉर्डन की भी अहम मदद मिली.

दरअसल ईरान ने जब इजरायल पर हमला शुरू किया तो जॉर्डन ने उसके एक दर्जन से ज्‍यादा मिसाइलों को अपने हवाई क्षेत्र यानी रास्‍ते में ही रोक दिया. जॉर्डन के अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने कई मिसाइलों और ड्रोनों को मार गिराया है. लेकिन अब इजरायल की मदद कर जॉर्डन समस्‍या में घिर गया है. मुस्लिम बाहुल्य देश जॉर्डन की सरकार और सेना को लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है.

जॉर्डन सरकार और सेना की आलोचना शुरू

मिडिल ईस्ट आई की रिपोर्ट के अनुसार, जॉर्डन सरकार ने पुष्टि की है कि उसकी सेना ने इजरायल पर हमला करने वाली ईरानी मिसाइलों को मार गिराया था. एक बयान में जॉर्डन के सार्वजनिक सुरक्षा निदेशालय ने कहा कि हमारी वायु रक्षा ने इजरायल की ओर जाने वाली ईरानी मिसाइलों और ड्रोनों को रोका. इस बयान के आते ही जॉर्डन सरकार और सेना की आलोचना शुरू हो गई.

ये हमारी संप्रभुता का मामला…

जॉर्डन ने कहा है कि देश की वायु सेना और एयर डिफेंस सिस्टम ने अपने हवाई क्षेत्र में प्रवेश करने वाली कई मिसाइलों और ड्रोनों का जवाब दिया. स्थानीय मीडिया में भी जॉर्डन की राजधानी अम्मान के बाहरी इलाके में एक सड़क पर गिरी एक ईरानी मिसाइल को दिखाया गया है. जॉर्डन के अधिकारियों ने कहा कि ये देश की आत्मरक्षा और संप्रभुता की रक्षा का मामला है.

जॉर्डन सरकार के प्रवक्ता और मंत्री मोहम्मद अल-मोमानी ने कहा कि जॉर्डन की किसी की ओर से इस संघर्ष में शामिल नहीं होगा, लेकिन यहां के लोगों की रक्षा के लिए सभी कदम उठाएगा. फिलिस्तीनी शरणार्थियों की सबसे अधिक आबादी वाले देश जॉर्डन के लोगों को अपनी सरकार का ये कदम पसंद नहीं आया है. जॉर्डन में कई लोगों का मानना है कि इजरायल की मदद करके उनका देश गलत पक्ष का साथ दे रहा है.

लोग खड़े कर रहे सवाल

एमईई से बात करते हुए जॉर्डन के एक नागरिक इयाद अल-रैंटसिस ने कहा कि जॉर्डन अगर इजरायल और ईरान के बीच में आता है तो क्या उसे टकराव में घसीट लिया जाएगा. उसे इसमें नहीं पड़ना चाहिए. जॉर्डन के लोगों को इजरायल की सुरक्षा के लिए खतरे में डाला जाना ठीक नहीं. आखिर इजरायल पर दागी गई मिसाइलों को जॉर्डन की सेना क्यों गिरा रही है. बता दें कि जॉर्डन के नागरिकों में गाजा में हमलों की वजह से इजरायल के खिलाफ नाराजगी है. ऐसे में जॉर्डन सरकार का कदम उसके लिए मुश्किल का सबब बना हुआ है.

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