अमेरिकी इतिहास की पहली राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार होंगी कमला हैरिस, भारतीय मूल के तीन अमेरिकी सांसदों ने किया समर्थन

Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Kamala Harris: अमेरिका में होने वाले राष्‍ट्रपति चुनाव के लिए जो बाइडन के अपने उम्‍मीदवारी को वापस लेने के फैसले की हर कोई सराहना कर रहा है. ऐसे में अमेरिकी संसद में मौजूद पांच भारतीय मूल के अमेरिकी सांसदों ने भी बाइडेन के इस फैसले की तारीफ की है. लेकिन इनमें से केवल तीन सांसदों ने ही कमला हैरिस को राष्ट्रपति बनाए जाने का समर्थन किया है, जिसमें रो खन्ना, श्री थानेदार और प्रमिला जयपाल शामिल है.

आपको बता दें कि कमला हैरिस अमेरिकी इतिहास की पहली उम्मीदवार हैं, जो राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार हो सकती हैं. इसता ही नहीं वो अमेरिका की पहली अश्वेत महिला उपराष्ट्रपति भी हैं.

इन सांसदों ने किया कमला हैरिस का समर्थन

इस समय अमेरिकी संसद में भारतीय मूल के राजा कृष्णमूर्ति, रो खन्ना, श्री थानेदार, प्रमिला जयपाल और एमी बेरा सांसद हैं, ये सभी डेमोक्रेट पार्टी से जुड़े हैं. इसमें से सबसे पहले प्रमिला जयपाल ने कमला हैरिस को समर्थन देने का एलान किया. बता दें कि जयपाल चार बार की सांसद हैं इसके साथ ही अमेरिका के निचले सदन के लिए निर्वाचित होने वाली भारतीय मूल की पहली महिला हैं.

सांसदों ने खुलकर नहीं किया कमला का समर्थन

प्रमिला जयपाल के अलावा भारतीय मूल के रो खन्ना और श्री थानेदार ने जो बाइडन की भी तारीफ करने के साथ ही  राष्‍ट्रपति पद के लिए कमला हैरिस के नाम का समर्थन किया है. वहीं, स्टेट सीनेटर सुहास सुब्रमण्यम भी कमला हैरिस की राष्ट्रपति पद की दावेदारी के समर्थन में खड़े नजर आए. हालांकि अन्‍य सांसदों ने अभी खुलकर कमला हैरिस को समर्थन नहीं दिया है.

डेमोक्रेट पार्टी के कन्वेंशन पर टिकी निगाहें

वहीं, जो बाइडन के राष्ट्रपति पद की रेस से बाहर होने के बाद अब अगस्त में डेमोक्रेट पार्टी के नेशनल कन्वेंशन पर सभी की निगाहें टिकी हुई है. क्‍योंकि कन्वेंशन में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के नाम पर अंतिम मुहर लग सकती है. हालांकि कन्वेंशन से पहले वर्चुअली भी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के नाम पर सहमति बन सकती है. इसके अलावा अगर कोई अन्य नेता राष्ट्रपति पद के लिए दावेदारी करता है तो उसे कन्वेंशन में 600 पार्टी सदस्यों का समर्थन प्राप्‍तत करना होगा. साथ ही कन्वेंशन में भी समर्थन जुटाना होगा. ऐसे में यदि एक से अधिक उम्मीदवार होंगे तो उनके बीच चुनाव होगा.

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