Mohamed Muizzu India visit: मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू इस समय 5 दिवसीय भारत यात्रा पर हैं. वह रविवार को अपनी पत्नी के साथ नई दिल्ली पहुंचे थे. भारत की यात्रा के दौरान सोमवार को वह पीएम मोदी से मिले. भारत की यात्रा के दौरान मुइज्जू भारत को अपना खास दोस्त बता रहें हैं.
हालांकि, उनको चीन का करीबी माना जाता है. जब मुइज्जू के सुर बदले तो भारत ने भी उनके साथ दोस्ती का हाथ बढ़ाया. आज पीएम मोदी और मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू ने मालदीव में हनीमाधू अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के रनवे का वर्चुअल उद्घाटन किया. इसी के साथ भारत और मालदीव ने आज 400 मिलियन अमेरिकी डॉलर के मुद्रा विनिमय समझौते पर हस्ताक्षर किए.
दरअसल, यह वही मुइज्जू हैं, जिन्होंने मालदीव की सत्ता में आते ही भारत के खिलाफ बगावत का बिगुल बजा दिया था. हालांकि, समय के साथ उनको पता चल गया कि भारत की मदद लिए बिना उनका काम नहीं चल पाएगा. यही वजह है कि भारत आने के साथ उन्होंने कहा कि मालदीव कोई भी ऐसा कदम नहीं उठाएगा जिससे भारत के साथ संबंध खराब हों और किसी को कई नुकसान पहुंचे. चीन से प्रेम करने वाले मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू पहली बार भारत की राजकीय यात्रा पर आए हैं. इससे पहले वह जून में पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में भारत आए थे.
#WATCH | Delhi: Prime Minister Narendra Modi and Maldives President Mohamed Muizzu virtually inaugurate the runway of Hanimaadhoo International Airport in Maldives. pic.twitter.com/KgKSMiOYRy
— ANI (@ANI) October 7, 2024
जानिए राष्ट्रपति मुइज्जू का पूरा कार्यक्रम
- मालदीव के राष्ट्रपति की मुइज्जू 6 से 10 अक्तूबर तक भारत की यात्रा पर रहेंगे. यह राष्ट्रपति डॉ. मुइज्जू की भारत की पहली राजकीय द्विपक्षीय यात्रा होगी.
- उन्होंने इससे पहले जून 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके मंत्रिपरिषद के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए भारत का दौरा किया था.
- इस बार अपनी भारत यात्रा के दौरान मुइज्जू पीएम मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात करेंगे.
- वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ भारत-मालदीव के आपसी हितों के सापेक्ष द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे.
- इसके बाद वह मुंबई और बेंगलुरु भी जाएंगे, जहां व्यावसायिक कार्यक्रमों में भाग लेंगे.
उल्लेखनीय है कि मालदीव हिंद महासागर क्षेत्र (आईओआर) में भारत का प्रमुख समुद्री पड़ोसी है और पीएम के सागर (क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास) के दृष्टिकोण और भारत के पड़ोसी प्रथम नीति एक विशेष स्थन रखता है.
जानकारी हो कि इससे पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मालदीव की यात्रा की थी. अब राष्ट्रपति मुइज्जू की भारत यात्रा इस बात का संदेश है कि मालदीव भारत के साथ अच्छे संबंध चाहता है और उसका मानना है कि भारत की मदद के बिना यह काम संभव नहीं है.