Maldives defence minister: मालदीव के रक्षा मंत्री मोहम्मद घासन मौमून 8 से 10 जनवरी तक भारत की तीन दिवसीय यात्रा पर रहेंगे. इसी बीच 8 जनवरी को मौमून नई दिल्ली में भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे. साथ ही गोवा और मुंबई की भी यात्रा करेंगे.
दोनों देशों नेताओं के बीच इस मुलाकात के दौरान द्विपक्षीय वार्ता संयुक्त प्रशिक्षण, नियमित अभ्यास, क्षमता निर्माण पहल, रक्षा उपकरण आपूर्ति और उच्च स्तरीय कार्यशालाओं सहित रक्षा सहयोग के विभिन्न पहलुओं की समीक्षा और विस्तार पर केंद्रित होगी.
दोनों देशों के रिश्तों में उतार-चढाव
बता दें कि भारत और मालदीव के बीच आध्यात्मिक, ऐतिहासिक, भाषाई और जातीय संबंधों पर आधारित गहरे संबंध हैं. हालांकि हाल ही में दोनों देशों के बीच के रिश्ते में उतार-चढ़ाव का अनुभव हुआ है. वहीं, मालदीव में राजनीतिक बदलावों ने बीते कुछ वर्षों में द्विपक्षीय संबंधों की गतिशीलता को प्रभावित किया है.
चीन की ओर बढा मालदीव का रूझान
दरअसल, अब्दुल्ला यामीन (2013-2018) की अध्यक्षता के दौरान, मालदीव का चीन की ओर रूझान बढ गया, जिससे हिंद महासागर क्षेत्र (आईओआर) में बीजिंग के बढ़ते प्रभाव के बारे में भारत में चिंता बढ़ गई. लेकिन साल 2018 में राष्ट्रपति इब्राहिम सोलिह के चुनाव ने भारत-मालदीव संबंधों में एक सकारात्मक मोड़ लाया, जिसमें रक्षा, बुनियादी ढांचे और आपदा प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में साझेदारी पर नए सिरे से ध्यान केंद्रित किया गया.
भारत ने की गश्ती जहाजों की आपूर्ति
वहीं, 8 जनवरी को होने वाली बैठक दोनों देशों के बीच रक्षा रक्षा सहयोग को गहरा करने के लिए चल रहे प्रयासों को दर्शाती है. भारत-मालदीव के बीच सहयोग के प्रमुख क्षेत्रों में संयुक्त प्रशिक्षण शामिल है, जहां भारतीय सशस्त्र बल मालदीव के कर्मियों की परिचालन क्षमताओं को बढ़ाते हैं. बता दें कि भारत ने गश्ती जहाजों की भी आपूर्ति की है और मालदीव के राष्ट्रीय रक्षा बलों के आधुनिकीकरण का समर्थन किया है.
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