MEA: पीएम मोदी के खिलाफ टिप्पणियों पर विवाद के बीच मालदीव के दूत पहुंचे विदेश मंत्रालय

Shivam
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

MEA: भारत में मालदीव के दूत इब्राहिम शाहीब, को सोमवार को विदेश मंत्रालय में बुलाया गया और मालदीव के कई मंत्रियों द्वारा प्रधानमंत्री के खिलाफ सोशल मीडिया पर पोस्ट की गयी टिप्पिणियों पर कड़ी चिंता व्यक्त की गयी.

निलंबित हुए उप मंत्री
मालदीव सरकार ने मोदी के खिलाफ अपमानजनक सोशल मीडिया पोस्ट के लिए रविवार को तीन उप मंत्रियों को निलंबित कर दिया है. जिन उप मंत्रियों को निलंबित किया है उनके नाम है मालशा शरीफ,मरियम शिओना और अब्दुल्लाह महज़ूम माजित है ,यह युवा मंत्रालय में उप मुख्यमंत्री थे. नई दिल्ली में आधिकारिक सूत्रों ने कहा की माले में भारतीय उच्चायोग ने रविवार को मालदीव के विदेश मंत्रालय के समक्ष इस मामले को जोरदार तरीके से उठाया. मंत्रियों के अपमानजनक टिप्पिणियों के बाद कई मशहूर हस्तियों ने एक्स पर लोगो से मालदीव जाने के बजाय घरेलु पर्यटन स्थलों का पता लगाने का आग्रह किया है. सोशल मीडिया पर ऐसे पोस्ट भी किये गए जिनमे दावा किया गया की विवाद के मद्देनजर कुछ भारतीय मालदीव की अपनी निर्धारित यात्रा रद्द कर रहे है.
मालदीव के विदेश मंत्रालय ने यह कहा
मालदीव के विदेशी नेता ने कहा, “मालदीव सरकार विदेशी नेताओं और उच्च पदस्थ व्यक्तियों के खिलाफ सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर अपमानजनक टिप्पणियों से अवगत है. ये राय व्यक्तिगत हैं और मालदीव सरकार के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करती हैं.”पूर्व मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने भी मालदीव सरकार के अधिकारियों द्वारा भारत के खिलाफ घृणास्पद भाषा के इस्तेमाल की निंदा की है.
क्या था पूरा मामला?
इस सप्ताह की शुरुआत में केंद्र शासित प्रदेश की अपनी यात्रा का जिक्र करते हुए एक पोस्ट में, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने “इसके द्वीपों की आश्चर्यजनक सुंदरता” के बारे में बात की, और कहा कि “जो लोग उनमें साहसिकता को अपनाना चाहते हैं, उनके लिए लक्षद्वीप आपकी सूची में होना चाहिए.” पीएम मोदी की पोस्ट के तुरंत बाद, मालदीव के कुछ प्रमुख सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने बड़े पैमाने पर भारतीयों के साथ-साथ भारतीय प्रधानमंत्री पर लक्षित आक्रामक, नस्लवादी, ज़ेनोफोबिक और अपमानजनक टिप्पणियों के साथ इसका जवाब दिया. इसके बाद मालदीव सरकार के कुछ अन्य उप मंत्री और कुछ मालदीव के लोगो ने सोशल मीडिया पर भारत का मज़ाक उड़ाना शुरु कर दिया.
मालदीव के लोगों द्वारा उपहास के जवाब में, कुछ भारतीय सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने, अपनी छुट्टियों के लिए मालदीव की यात्रा न करने की कसम खाई और मालदीव के होटलों और रिसॉर्ट्स के बहिष्कार को प्रोत्साहित किया. मालदीव , पर्यटन पर बहुत अधिक निर्भर है और इस उद्योग का उसके सकल घरेलू उत्पाद में 28 प्रतिशत से अधिक योगदान है. अकेले 2023 में, मालदीव की यात्रा करने वाले पर्यटकों में, भारतीयों ने 200,000 से अधिक यात्रियों के साथ पर्यटकों का सबसे बड़ा समूह बनाया, इसके बाद रूस और चीन के पर्यटक आए.

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