Maldives : मालदीव ने इमरजेंसी चिकित्सा सेवाओं के लिए एक बार फिर से भारत की ओर से उपहार में दिए गए डोर्नियर विमान और दो हेलिकाप्टरों का इस्तेमाल शुरू कर दिया है. इसकी जानकारी शनिवार को मीडिया के द्वारा दी गई है.
बताया जा रहा है कि मालदीव में विमानन प्लेटफॉर्म का संचालन करने वाले भारतीय सैनिकों की वापसी पर दोनों देशों के बीच सहमति बनने के बाद यह कदम उठाया है. वहीं, इसके लिए राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने इमरजेंसी चिकित्सा सेवाओं को फिर से शुरू करने में सक्षम बनाने के लिए भारत को धन्यवाद भी दिया.
मुइज्जू को भारी विरोध का करना पड़ा सामना
मीडिया के अनुसार, मालदीव में डोर्नियर विमान और हेलिकॉप्टर की मदद से एक बार फिर इमरजेंसी चिकित्सा सेवाओं को शुरू किया गया है, जिसे भारतीय असैन्य दल संचालित कर रहे हैं. इससे पहले डोर्नियर विमान और हेलिकॉप्टरों का संचालने भारतीय सैन्यकर्मी करते थे. लेकिन नवंबर 2023 में मोहम्मद मुइज्जू के राष्ट्रपति बनने के बाद इस सेवा को बंद कर दिया गया था, जिसके बाद देश में मोहम्मद मुइज्जू को इस कदम के लिए भारी विरोध झेलना पड़ा था.
Maldives के पास नहीं हैं सक्षम पायलट
दरअसल, मोहम्मद मुइज्जू को चीन परस्त नेता के तौर पर देखा जाता है. मुइज्जू ने राष्ट्रपति बनते ही भारतीय सैन्य कर्मियों को वापस करने को कहा था, जिसके बाद से ही दोनों देशों के बीच गहरा तनाव हो गया था. इस दौरान भारत और मालदीव के बीच कई बार मीटिंग हुई, जिसके बाद सैन्य कर्मियों की जगह असैन्य कर्मियों की तैनाती पर सहमति बनी, क्योंकि भारत ने इन विमानों को वापस नहीं लिया था और मालदीव के सैनिक इन विमानों को उड़ाने में सक्षम नहीं .
तीन जगहों पर तैनात भारतीय विमान
मीडिया ने बताया कि मालदीव में डोर्नियर विमान को हनीमाधू में संचालित किया जा रहा है, जबकि हेलिकॉप्टरों का संचालन लामू काधू और सीनू गान में किया जा रहा है. ऐसे में तीनों जगहों पर भारतीय कर्मी तैनात हैं. उन्होंने कहा कि 59वें स्वंत्रता दिवस के मौके पर एक आधिकारिक कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने इन विमानों के दोबारा संचालन की घोषणा की.
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