Maldives: मालदीव के राष्ट्रपति माहम्मद मुइज्जू की अक्ल अब ठिकाने आ गई है. दरअसल, पिछले साल मुइज्जू चुनाव में भारत विरोधी बयानबाजी करके सत्ता में आए थे. भारत को दरकिनार करते हुए मुइज्जू चीन के गोद में झूल रहे थे. इंडिया आउट अभियान चलाकर सत्ता में आने वाले मोहम्मद मुइज्जू अब खुद ही इससे दूरी बना ली है.
एक बार फिर मुइज्जू की दिल्ली की ओर वापसी होते दिख रही है. राष्ट्रपति मुइज्जू ने कहा कि वह ऐसी किसी चीज को परमिशन नहीं देंगे, जो मालदीव की सरकार की विदेश नीति के विरूद्ध हो. उन्होंने एक सवाल के जवाब में ये बात कही, जिसमें उनसे पूछा गया कि क्या उनकी सरकार प्रोग्रेसिव पार्टी ऑफ मालदीव और पीपल्स नेशनल कांग्रेस गठबंधन के विपक्ष में रहते शुरू किए गए इंडिया आउट अभियान को आगे भी इजाजत देगी?
सबके साथ काम करने की नीति
मालदीव के मीडिया आउटलेट अधाधू के साथ रविवार को एक विशेष साक्षात्कार में राष्ट्रपति मुइज्जू ने कहा कि लोगों ने उन्हें वोट दिया, क्योंकि वे उनकी विदेश नीति पर भरोसा करते हैं. उन्होंने आगे कहा कि देश को शांति, विकास और सुरक्षा की आवश्यकता है. मुइज्जू ने कहा कि सरकार की विदेश नीति सभी देशों के साथ मिलकर काम करने की है. यहां अस्थिरता की गुंजाइश नहीं है.
यामीन ने किया है अभियान चलाने का ऐलान
जब राष्ट्रपति मुइज्जू से पूछा गया कि क्यों वे इंडिया आउट प्रस्ताव को निरस्त करेंगे, तो राष्ट्रपति ने साफ तौर पर कोई जवाब नहीं दिया. उन्होंने कहा कि मैंने अभी अपनी नीति, मालदीव सरकार की नीति बताई है. मैंने नीति को स्पष्ट कर दिया है. इस बीच इंडिया आउट आंदोलन के नेताओं में से एक पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन ने ऐलान किया है कि अभियान जारी रहेगा, क्योंकि उन्हें भरोसा नहीं है कि भारतीय सैनिक पूरी तरह से मालदीव से चले गए हैं.
विपक्ष ने मुइज्जू सरकार से की माफी की मांग
पूर्व राष्ट्रपति यामीन ने कहा है कि भारतीय सैन्य मौजूदगी का मुद्दा हल नहीं हुआ है और वे इंडिया आउट अभियान जारी रखेंगे. उन्होंने इंडिया आउट प्रस्ताव रद्द नहीं करने के लिए मुइज्जू सरकार पर निशाना साधा. राष्ट्रपति मुइज्जू की विपक्षी एमडीपी के अध्यक्ष और पूर्व विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद ने इंडिया आउट अभियान लोगों को धोखा देने वाला बताया. उन्होंने इंडिया आाउट अभियान चलाने के लिए मुइज्जू सरकार से माफी की मांग की.
ये भी पढ़ें :- ट्रंप से ज्यादा बढ़ी कमला हैरिस की लोकप्रियता, रैलियों में हो रही भारी भीड़; मिल रहा रिकॉर्ड चंदा