Martial Law Case: दक्षिण कोरिया में मार्शल लॉ लागू करने के मामले में जांच के दौरान बड़ी खबर सामने आई है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस मामले में गिरफ्तार पूर्व रक्षा मंत्री किम योंग ह्युन ने आत्महत्या करनक की कोशिश की. हालांकि उन्हें बचा लिया गया है और उनकी हालत सामान्य बताई जा रही है.
वहीं, इस मामले में दक्षिण कोरिया के दो शीर्ष पुलिस अधिकारियों को पिछले सप्ताह राष्ट्रपति यून सुक येओल के ‘मार्शल लॉ’ के आदेश को अमल में लाने में उनकी भूमिका की जांच के लिए हिरासत में लिया गया है. 3 दिसंबर को मार्शल लॉ के आदेश के बाद किम योंग ह्युन गिरफ्तार किए गए पहले व्यक्ति हैं.
हिरासत में दो बड़े अधिकारी भी
कोरिया सुधार सेवा के कमिश्नर जनरल शिन योंग हे ने बताया कि पूर्व रक्षा मंत्री किम ने सियोल के एक हिरासत केंद्र में आत्महत्या करने का प्रयास किया. सियोल के एक कोर्ट ने कहा कि विद्रोह में अहम भूमिका निभाने और सत्ता का दुरुपयोग करने के आरोप में किम के खिलाफ वारंट जारी किया था, जिसके बाद बुधवार को उन्हें गिरफ्तार किया गया था. इसके अलावा दो बड़े पुलिस अधिकारियों को भी हिरासत में लिया गया है. फिलहाल, देश की कानून प्रवर्तन संस्थाएं इस बात की जांच कर रही हैं कि क्या राष्ट्रपति की घोषणा विद्रोह के समान है या नहीं.
नेशनल असेंबली में पुलिस तैनात करने का मामला
इसी बीच डेमोक्रेटिक पार्टी ने कहा है कि उसका लक्ष्य शनिवार को नए प्रस्ताव पर मतदान कराना है. वहीं, पुलिस का कहना है कि राष्ट्रीय पुलिस एजेंसी के आयुक्त जनरल चो जी हो और राजधानी सियोल की महानगरीय पुलिस एजेंसी के प्रमुख किम बोंग-सिक को सियोल के नामदामुन पुलिस थाने में हिरासत में रखा गया है. वहीं, नेशनल असेंबली में पुलिस बल तैनात करने में उनकी भूमिका की जांच की जा रही है. ऐसे में माना जा रहा है कि पुलिस बल इसलिए तैनात किया गया था कि सांसदों को राष्ट्रपति के मार्शल लॉ के खिलाफ मतदान करने से रोका जा सके.