Methamphetamine tablets: मिजोरम के चंफाई जिले में भारत-म्यांमार सीमा पर काफी अधिक मात्रा में ‘मेथामफेटामाइन’ की गोलियां जब्त की गई हैं, जिसकी कीमत 173.73 करोड़ रुपये बताई जा रही है. असम राइफल्स ने बुधवार को बताया कि असम राइफल्स और मिजोरम पुलिस ने संयुक्त रूप से गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए 9 फरवरी को जोखावथर में एक सीमा चौकी पर 57.9 किलोग्राम ‘मेथामफेटामाइन’ जब्ती की.
उन्होंने बताया कि संयुक्त टीम ने अवैध खेप ले जा रहे संदिग्ध व्यक्तियों को जब देखा तो उन्हें रोक लिया गया. हालांकि, संदिग्ध सामान छोड़कर वहां से फरार हो गए. इस दौरान पुलिस ने 173.73 करोड़ रुपये मूल्य की खेप जब्त की है. वहीं, इस मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है.
मादक पदार्थ की तस्करी के आरोप में 4 गिरफ्तार
वहीं,इससे पहले मिजोरम में पुलिस के दो अलग-अलग अभियानों में प्रतिबंधित मेथमफेटामाइन टैबलेट और हेरोइन की तस्करी के आरोप में म्यांमार के तीन नागरिकों और असम के एक निवासी को गिरफ्तार किया था. इस दौरान म्यांमार की सीमा से सटे चम्फाई जिले के जोटे तियाऊ गांव में आबकारी अधिकारियों और असम राइफाल्स के जवानों ने एक संयु्क्त अभियान में 2.2 किलोग्राम वजनी मेथमफेटामाइन की 20,200 टैबलेट जब्त कीं थी.
नशे के लिए किया जाता है ‘मेथामफेटामाइन‘ का इस्तेमाल
आपको बता दें कि ‘मेथामफेटामाइन’ को ‘आइस’ या ‘क्रिस्टल मेथ’ के नाम से भी जाना जाता है. इसका इस्तेमाल नशे के लिए किया जाता है. मेथमफेटामाइन की गोलियों को ‘क्रेजी ड्रग’ भी कहा जाता है और यह एक शक्तिशाली और अत्यधिक नशे की लत वाली दवा है जो केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करती है. हालांकि इसे भारत में प्रतिबंधित कर दिया गया है.
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