Israel Gaza War: इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) ने गाजा में युद्धविराम पर दबाव बनाने वाली चालों के बीच साफ कर दिया है कि गाजा में युद्ध खत्म करने, सेना की वापसी व हमास को वहां की सत्ता में बनाए रखने की शर्तों को इजरायल नहीं मानेगा. पीएम नेतन्याहू ने कहा, इजरायल (Israel) के सुरक्षित भविष्य के लिए हमास की सैन्य क्षमता को खात्मा जरूरी है.
अपने संकल्प से पीछे नहीं हटेगा इजरायल
7 अक्टूबर, 2023 को लिए गए संकल्प से इजरायल पीछे नहीं हटेगा. इजराइली पीएम ने अल जजीरा न्यूज चैनल को लेकर कड़ा रूख अपनाया है. उन्होंने अल जजीरा की स्थानीय शाखा को बंद करने का आदेश दिया है. इस चैनल का प्रसारण इजराइल में नहीं हो सकेगा. उन्होंने कहा है कि यह फैसला सर्वसम्मति से लिया गया है. पीएम नेतन्याहू ने कहा, अल जजीरा उकसाने वाला तथ्य प्रस्तुत करता है, जिसकी वजह से लोगों को गलत जानकारियां मिलती हैं. इजराइल ने इसे राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बताया है.
🚨🇮🇱BREAKING: ISRAEL TO SHUT DOWN AL JAZEERA
The decision follows intense discussions by politicians in the Israeli parliament in which they accused Al Jazeera of spreading misinformation and antisemitic propaganda.
In April, they banned Al Jazeera from broadcasting from… pic.twitter.com/CYUTfF0r6K
— Mario Nawfal (@MarioNawfal) May 5, 2024
बंधकों की रिहाई के लिए अस्थायी युद्धविराम के लिए तैयार
पीएम नेतन्याहू ने कहा, बंधकों की रिहाई के लिए इजरायल गाजा में अस्थायी युद्धविराम के लिए तैयार है. बदले में वह फलस्तीनी कैदियों को भी रिहा करेगा. इजरायल से इससे ज्यादा की अपेक्षा नहीं की जानी चाहिए.
स्थायी युद्धविराम स्वीकार करने के लिए तैयार- हमास
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के बयान के बाद हमास प्रमुख इस्माइल हानिया ने कहा, उनका संगठन गाजा में स्थायी युद्धविराम स्वीकार करने के लिए तैयार है. इसके बाद फलस्तीनी कैदियों के बदले में इजरायली बंधकों को रिहा कर दिया जाएगा. हानिया ने नेतन्याहू पर आरोप लगाया कि वह गाजा पर हमले जारी रखना और लड़ाई का क्षेत्र बढ़ाना चाहते हैं.
इजरायली हमले में मारे गए 35 हजार फलस्तीनी
बता दें कि 7 अक्टूबर से जारी इजरायली हमले में गाजा में अभी तक करीब 35 हजार फलस्तीनी मारे गए हैं. बंधकों की रिहाई पर वार्ता सफल न होने पर इजरायल 14 लाख बेघरों की रिहायश वाले रफाह पर जमीनी कार्रवाई के लिए तैयार है. इस सैन्य कार्रवाई में भारी खूनखराबे की आशंका है.
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