अब नहीं फैलेगा मंकीपॉक्स, जानिए वैक्सीन को लेकर क्या है UNICEF की तैयारी

Abhinav Tripathi
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Sub Editor, The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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Monkeypox Cases: मंकीपॉक्स यानी एमपॉक्स के मामले दुनिया के कई देश में तेजी से फैल रहे हैं. पाकिस्तान में भी इस वायरस ने दस्तक दे दी है. इस जानलेवा वायरस के कारण लोगों के मन में डर का माहौल है. अफ्रीकी देश कांगो में इस वायरस के कारण 600 से अधिक लोगों की मौत हो गई है. इस बीच यूनिसेफ की चिंताएं बढ़ रही हैं. अब यूनिसेफ वैक्सीन को लेकर टेंडर देने की तैयारी में है.

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मंकीपॉक्स के कारण तेजी से बिगड़ते हालात को नियंत्रण में करने के लिए यूनिसेफ ने शनिवार को मंकीपॉक्‍स रोधी वैक्‍सीन (Mpox Vaccines) के लिए इमरजेंसी टेंडर निकाले हैं. ऐसा इसलिए किया गया है, क्योंकि वायरस से प्रभावित देशों की जल्‍द से जल्‍द मदद की जा सके. वहीं, भारत में भी मंकीपॉक्स से निपटने की तैयारी कर ली गई है.

यूनिसेफ का कदम जानिए

विश्व स्वास्थ्य संगठन, गावी वैक्सीन गठबंधन और अफ्रीका सीडीसी (रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र) के साथ मिलकर यूनिसेफ ने एक बयान जारी किया है. इसमें कहा गया है कि इमरजेंसी टेंडर जारी करने का मकसद मार्केट में उपलब्ध एमपॉक्स टीकों को तुरंत जरूरतमंदों तक पहुंचाने के साथ-साथ वैक्‍सीन के उत्पादन को बढ़ाने पर जोर देना है. मांग, निर्माताओं की उत्पादन क्षमता और फंडिंग के आधार पर, 2025 तक 12 मिलियन खुराक तक के समझौते किए जा सकते हैं.

जानकारी दें कि इमरजेंसी टेंडर में यूनिसेफ ने वैक्सीन निर्माताओं के साथ कॉन्ट्रैक्ट के तहत वैक्सीन उपलब्ध कराने की योजना है. इसके तहत बिना देर किए यूनिसेफ वैक्सीन खरीद सकेगा और जरुरतमंदों तक पहुंचा सकेगा. इसी के साथ वैक्‍सीन के लिए फंड और डिस्‍ट्रीब्‍यूशन को लेकर भी प्‍लानिंग की जा रही है. इस समय डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो में नए क्लैड 1बी स्ट्रेन के मामलों में बढ़ोत्तरी के कारण WHO ने चिंता जाहिर की है.

एमपॉक्स के लक्षण? 

मंकीपॉक्स के लक्षण स्मॉल पाक्स के जैसे होते हैं. शुरू में इसके लक्षण कम दिखते हैं, जिससे यह शुरुआत में कम गंभीर नजर आते हैं. संक्रमित व्यक्ति के त्वचा पर दाने, बुखार, गले में सूजन, सर दर्द, शारीरिक दर्ज, शरीर में थकावट जैसे होते हैं. मंकीपॉक्स के लक्षण वायरस के संपर्क में आने के 21 दिनों के भीतर शुरू होते हैं. अगर आपको फ्लू जैसे लक्षण हैं तो संभव है कि 1-4 दिन बाद आपको दाने निकल आएंगे. मंकीपॉक्स ठीक होने से पहले कई चरणों में गुजरता है. जिसमें पपड़ी बनना शामिल होता है. मंकीपॉक्स के कारण सबसे पहले फुंसी दिखेगी, जो बाद में चलकर खुजली का कारण बनेगी.

जानिए कहां हैं मंकीपॉक्स के सबसे ज्यादा मामले

अफ्रीकी देश कांगों में सबसे ज्यादा मंकीपॉक्स के मामले साममे आए हैं. कांगो के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार अब देश में मंकीपॉक्‍स के 18 हजार मामले सामने आ चुके हैं. वहीं, 600 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. राहत की बात है कि भारत में अभी मंकीपॉक्स का कोई मामला नहीं आया है. विश्वभर में मंकीपॉक्स का प्रसार सबसे ज्यादा खतरनाक बच्चों को लिए है. यूनिसेफ का कहना है कि अफ्रीका और डब्लूएचओ के साथ-साथ यूएसएआईड और एफसीडीओ जैसे अन्य भागीदारों के साथ मिलकर राष्ट्रीय सरकारों को समर्थन प्रदान कर रहा है.

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