बांग्लादेश में हुई हिंसा में 1000 से अधिक की गई है जान, सरकार ने दी जानकारी

Abhinav Tripathi
Sub Editor, The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Bangladesh News: बांग्लादेश में जुलाई और अगस्त में सरकार के खिलाफ जमकर आंदोलन हुआ. आरक्षण विरोधी प्रदर्शन धीरे-धीरे हिंसा का रूप ले लिया. हिंसा के कारण शेख हसीना को अपने पीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा और वह देश छोड़कर चली गई. वर्तमान में वह भारत में रह रही हैं.

बांग्लादेश में हुई हिस्सा के बाद एक रिपोर्ट सामने आई है. इसमें बताया गया कि सरकार के खिलाफ हुए आंदोलन में एक हजार से ज्यादा लोग मारे गए और एक हजार से ज्यादा घायल हुए. जो लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, उनमें अधिकांश पुलिस फायरिंग के चलते एक या दोनों आंखों से दृटिहीन हो गए हैं. इस बात की जानकारी अंतरिम सरकार में स्वास्थ्य विभाग की प्रभारी मंत्री नूरजहां बेगम द्वारा दी गई. उन्होंने इससे पहले अस्पतालों का दौरा किया था.

बांग्लादेश की अंतरिम सरकार में स्वास्थ्य विभाग की प्रभारी मंत्री नूरजहां बेगम ने बताया कि आंदोलन के दौरान हुई हिंसा में दर्जनों पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं. इससे कुछ दिनों पहले संयुक्त राष्ट्र ने बांग्लादेश में आंदोलन के दौरान 650 लोगों के मारे जाने की बात कही थी.

पूर्व वाणिज्य मंत्री और पूर्व स्पीकर गिरफ्तार

बांग्लादेश में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए गुरुवार को संसद की पूर्व स्पीकर शिरीन शर्मिन चौधरी और पूर्व वाणिज्य मंत्री टीपू मुंशी को एक आभूषण विक्रेता की हत्या के मामले में गिरफ्तार कर लिया. बता दें कि 74 साल की मुंशी को देर रात उनके ढाका स्थित आवास से गिरफ्तार किया गया.

इसी के साथ ढाका कोर्ट ने शेख हसीना सरकार में मंत्री रहे 14 नेताओं और सांसदों को देश से बाहर जाने पर रोक लगाने का आदेश दिया है. इन लोगों पर दर्ज आपराधिक और भ्रष्टाचार के मामलों के चलते इनके देश से बाहर जाने पर रोक लगाने की बात कही गई है. इसी के साथ एक अन्य निर्णय के तहत अंतरिम सरकार ने गुरुवार को पूर्व पीएम शेख हसीना और उनके परिवार और रिश्तादों को मिली विशेष सुरक्षा को वापस ले लिया.

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