Iran, Mossad Agent In Tehran: गाजा में तबाही का मचाने के बाद इजरायल लेबनान के पीछे पड़ा है. आतंकी समूह हिजबुल्लाह चीफ नसरल्लाह समेत कई कंमाडर को ढेर करने के बाद अब इजरायल जमीनी हमले शुरू कर दिए है. वहीं ईरान ने भी ईरान ने इजरायल पर ताबड़तोड़ मिसाइलें दागी हैं. अब इजरायल ईरान से बदला लेने की धमकी दी है.
इन सब के बीच ईरान के पूर्व राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद ने इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद को लेकर चौंकाने वाला दावा किया है. पूर्व राष्ट्रपति के अनुसार, खुफिया एजेंसी मोसाद हमास, हिजबुल्लाह और ईरान के कई सारे प्लान्स पर पानी फेर चुकी है. इसमें ईरान के परमाणु दस्तावेजों की चोरी भी शामिल है.
पूर्व राष्ट्रपति का बड़ा दावा
सीएनएन को दिए गए एक इंटरव्यू में ईरान के पूर्व राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद ने इजरायल की ,खुफिया एजेंसी मोसाद को लेकर कई बड़े दावे किए हैं. अहमदीनेजाद ने बताया कि कुछ साल पहले इजरायली जासूसी प्रयासों को असफल करने के लिए एक ईरानी इंटेलिजेंस युनिट बनाई गई थी, जिसका हेड बाद में एक इजरायली एजेंट निकला.
उन्होंने आगे बताया कि यूनिट के हेड के अलावा डिवीजन के 20 और लोग भी इजरायली एजेंसी मोसाद के एजेंट निकले. इसके अलावा महमूद बताया कि 2018 में ईरानी परमाणु दस्तावेजों की चोरी और प्रमुख परमाणु वैज्ञानिकों की हत्या के पीछे खुफिया एजेंसियां ही थी. पूर्व राष्ट्रपति अहमदीनेजाद ने माना की इजरायली एजेंसी उनके देश की खुफिया सेवाओं तक में घात लगा चुकी है.
कैसे गायब हुए ईरान के परमाणु कार्यक्रम के दस्तावेज?
ईरान का परमाणु कार्यक्रम आज तक पड़ा हुआ है, तो इसके पीछे की एक बड़ी वजह इजरायल है. इजरायल कभी नहीं चाहेगा की ईरान एक परमाणु संपन्न राष्ट्र बने. इसी को लेकर 2018 में इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने खुलासा किया था. उन्होंने कहा था कि बड़ी संख्या में ईरान के परमाणु कार्यक्रम के दस्तावेज इजरायली एजेंटों ने प्राप्त कर लिए हैं. इस खबर पर अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने भी मोहर लगाई थी और कहा था कि तेहरान में एक ऑपरेशन के जरिए डॉक्यूमेंट जब्त किए गए हैं.
इस ऑपरेशन में मोसाद के एजेंट्स तेहरान के एक सीक्रेट गोदाम में घुसे और छह घंटे के ऑपरेशन में तिजोरी तोड़कर एक लाख से ज्यादा दस्तावेज उड़ा ले गए थे. देश के अंदर हुए इस ऑपरेशन के सामने आने के बाद ईरान को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा था. बता दें कि इजरायल की खुफिया एजेंसियों मोसाद का लोहा पूरी दुनिया मानती हैं. इजरायल की खुफिया एजेंसियों का खुफिया तंत्र हमेशा से ही मजबूत रहा है.
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