इन देशों की यात्रा करना पड़ सकता है भारी, रेड जोन में भारत के पड़ोसी देश; ट्रैवल प्लान बनाने से पहले देख लें मैप

Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Most Dangerous Countries: इन दिनों आप भी भारत के पड़ोंसी देशों में घूमने का प्‍लान बना रहे है, तो इसके लिए आपको एक बार रिस्क मैप अवश्‍य ही चेक कर लेना चाहि‍ए. बता दें कि ये मैप ट्रैवल रिस्क मैप डॉट कॉम ने जारी की है, जिसके द्वारा पता लगाया जा सकता है कि ट्रैवलर्स के लिए किस देश में कितना खतरा है. इस मैप से यह भी पता चल जाएगा कि किस देश में राजनीतिक उठापटक, क्राइम और अन्य कितने तरह के खतरों का सामना करना पड़ सकता है.

दरअसल, इस मैप को इंटरनेशनल एसओएस के आधार पर विकसित किया गया है, जिसका मतलब होता है- Save Our Souls या Save Our Ships. अर्थात हमें बचाओ! यानी आप खतरे में हैं और आपको सहायता की जरूरत है.

भारत के पड़ोस में यहां है खतरा

ट्रैवल रिस्क मैप डॉट कॉम के इस मैप में भारत के पड़ोसी राज्‍य पाकिस्तान और बांग्लादेश को रेड कलर में दिखाया गया है, जबकि अफगानिस्तान को डार्क रेड में दिखाया गया है. ऐसे में जाहिर है कि रेड कलर का मतलब खतरे से है और डार्क रेड का आशय यह है कि उस देश में बहुत ही खतरा है. वहीं, श्रीलंका, नेपाल और मालदीव को इस मैप में कम खतरे वाला बताया गया है.

ये देश हैं सबसे सुरक्षित

इस मैप में उन देशों को भी शामिल किया गया है, जहां क्लाइमेट चेंज का रिस्क भी हो सकता है. इस मामले में यूक्रेन, लीबिया, सीरिया और इराक में हाई सिक्योरिटी रिस्क बताया गया है. जबकि ग्रीनलैंड, नॉर्वे, फिनलैंड, आइसलैंड और लक्जमबर्ग को सुरक्षित स्थान बताया गया है.

आपको बता दें कि इस मैप में यूरोप के अधिकतर देशों जैसे- अमेरिका, चीन और कनाडा को ज्यादा कम खतरे वाले देशों में रखा गया है, जबकि दक्षिण अफ्रीका, भारत, इजिप्ट, अल्जीरिया, केन्या, ब्राजील, पेरू, बोलीविया, मेक्सिको, फिलीपींस, ईरान, तुर्की और रशिया को कम खतरे वाले देशों में रखा गया है.

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