Myanmar Earthquake: भारत के पड़ोसी देश म्यांमार में शुक्रवार को आए शक्तिशाली भूकंप से धरती कांप उठी. इसका असर थाईलैंड में भी देखने को मिला है. वहीं म्यांमार में आए महाविनाशकारी भूकंप में भारत एक बार फिर “फर्स्ट रेस्पांडर” यानि प्रथम मददकर्ता बनकर उभरा है. भारत ने “ऑपरेशन ब्रह्मा” के तहत म्यांमार के भूकंप पीड़ितों की मदद के लिए भारतीय नौसेना के दो जहाज नेपीडॉ के लिए रवाना कर दिया है. इसके साथ ही आपदा राहत सामग्री के साथ दो और जहाज भेज रहा है.
भारतीय सहायता की अमेरिका में भी तारीफ
भारतीय विदेश मंत्रालय ने ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ पर कहा कि आगरा से 118 सदस्यों वाला ‘फील्ड हॉस्पिटल’ शनिवार को म्यांमार भेजा जाएगा. इसके साथ ही राहत और बचाव कार्यों के लिए 80 सदस्यीय एनडीआरएफ टीम भी म्यांमार के लिए रवाना हो गई है. मानवता के इस महायज्ञ में हमेशा की तरह सबसे बढ़चढ़कर आहुति देने के लिए अमेरिका के न्यूयॉर्क टाइम्स में भारतीय सहायता की इस पहल को प्रमुखता से छापा गया है.
पीएम मोदी ने सैन्य शासक से की बात
बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी ने म्यांमार के सैन्य शासक से फोन पर बातचीत करने के बाद तत्काल ही भारतीय मदद को रवाना कर दिया. म्यांमार में शुक्रवार को 7.7 तीव्रता का भूकंप आया. भूकंप से अब तक 1000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. साथ ही सैकड़ों लोगों के मलबे में दबे होने की संभावना है. इसलिए भारत ने राहत और बचाव एवं खोज कार्यों में तेजी लाने व घायलों के इलाज के लिए अपनी टीम म्यांमार रवाना कर दी है. म्यांमार में राहत और रशद सामग्री भी शीघ्र भेजी जा रही है. विदेश मंत्रालय ने ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ पर कहा कि सबसे पहले मदद करना हमारी नीति है.
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