NATO Summit: वांशिगटन में इस हफ्ते होने वाले नाटों शिखर सम्मेलन की मेजबानी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन करने वाले है. इस सम्मेलन में अमेरिका और उनके सहयोगियों का जोरदार प्रदर्शन होने की देखने को मिल सकता है. वहीं, नाटो शिखर सम्मेलन स्वीडन को गठबंधन के सदस्य के रूप में शामिल करने वाला पहला शिखर सम्मेलन होगा.
दरअसल, स्वीडन आधिकारिक तौर पर इसी साल मार्च के महीने में गठबंधन में शामिल हुआ था. यह ऐतिहासिक शिखर सम्मेलन उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ को भी चिह्नित करेगा, जो अब 32 देशों का एक मजबूत सैन्य गठबंधन है.
कई महत्वपूर्ण योजनाओं का ऐलान
इस शिखर सम्मेलन के दौरान यूक्रेन के लिए समर्थन और उनके सहयोग को गहरा करने के लिए यूरोपीय संघ और इंडो-पैसिफिक भागीदारों के साथ बैठक करने के अलावा, यूरोपीय देश के लिए सैन्य, राजनीतिक और वित्तीय समर्थन बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण नई योजनाओं का एलान किया जाएगा.
नाटो नेताओं का स्वागत करेंगे बाइडन
आपको बता दें कि जो बाइडन वाशिंगटन शिखर सम्मेलन में नाटो नेताओं का स्वागत करने के साथ ही प्रथम महिला के साथ मेलन ऑडिटोरियम में 75 वीं वर्षगांठ के स्मरणोत्सव कार्यक्रम की मेजबानी भी करेंगे. यह उत्तरी अटलांटिक संधि के मूल हस्ताक्षर का स्थल है, जिसने नाटो की 4 अप्रैल में स्थापना की थी. इसके अलावा, यह तत्कालीन राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की ओर से आयोजित 1999 की 50वीं वर्षगांठ के स्मारक कार्यक्रम का स्थल भी है.
सूत्रों के मुताबिक, 10 जुलाई को अमेरिकी राष्ट्रपति नाटो के 32 सहयोगियों की बैठक में गठबंधन के सबसे नए सदस्य के रूप में स्वीडन का स्वागत करेंगे. जबकि 11 जुलाई को, नाटो अपने सहयोग को गहरा करने के लिए यूरोपीय संघ और नाटो के इंडो-पैसिफिक भागीदारों- ऑस्ट्रेलिया, जापान, दक्षिण कोरिया और न्यूजीलैंड के साथ एक बैठक करेगा.