NCP demands: बांग्लादेश में प्रदर्शनकारी छात्र पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना और उनकी पार्टी आवामी लीग के पीछे पड़ गए हैं. दरअसल, छात्रों के नेतृत्व वाली नेशनल सिटिजन पार्टी (एनसीपी) ने अब हसीना की पार्टी अवामी लीग पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है. इसके साथ ही उन्होंने दावा किया है कि इस पार्टी ने बांग्लादेश में ‘‘फासीवाद की स्थापना’’ की है इसलिए उसे चुनाव में हिस्सा लेने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिये.
एनसीपी ने की ये मांग
बांग्लादेशी मीडियां के मुताबिक, शाहबाग में एक विरोध रैली को संबोधित करते हुए नेशनल सिटिजन पार्टी (एनसीपी) के सदस्य सचिव अख्तर हुसैन ने अधिकारियों से अवामी लीग का राजनीतिक दल के रूप में पंजीकरण रद्द करने के लिए आवश्यक कदम उठाने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि लोगों ने हजारों जान और खून की कीमत पर अवामी लीग को हराया है और अब पुन: पार्टी को देश में स्थापित नहीं होने दिया जाएगा.
छात्रों ने गिरा दी 16 साल से चली आ रही सत्ता
बता दें बांग्लादेश में छात्रों के नेतृत्व में हुए हिसंक आंदोलन के कारण 5 अगस्त 2024 को आवामी लीग पार्टी की 16 साल पुरानी सरकार गिर गई थी. इस दौरान पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने पीएम पद से इस्तीफा दे दिया था और देश छोड़कर भारत चली गई थी. वहीं, बांग्लादेश की कार्यवाहक सरकार ने हसीना पर कई मुकदमे कर रखे हैं, जिसमें उन पर देश में दर्जनों लोगों की हत्या का जिम्मेदार बताया गया है. ऐसे में कार्यवाहक सरकार के नेतृत्व कर रहे मोहम्मद यूनुस भारत सरकार से हसीना के प्रत्यर्पण की मांग कर रहे हैं.
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