Nepal Flood: नेपाल में हाल ही में आई बाढ़ ने वहां के लोगों को जन जीवन को तहस नहस कर दिया है. नेपाल में सितंबर महीन के अंतिम में लगातार कई दिनों तक हुई बारिश ने लोगों का जीना दुभर कर दिया. ऐसे में काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास ने नेपाल में बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए अधिकारियों को स्लीपिंग बैग, कंबल और तिरपाल सहित आपातकालीन राहत सामग्री की पहली खेप सौंपी है, जिसकी जानकारी एक आधिकारिक बयान में दी गई है.
दरअसल, भारतीय दूतावास ने प्रेस नोट में कहा कि नेपाल में बाढ़ प्रभावित परिवारों के लिए सोमवार को 4.2 टन सहायता सामग्री हिमालयी देश को सौंपी हैं. यहां हाल ही में हुई लगातार हुई बारिश के कारण व्यापक बाढ़ और भूस्खलन हुआ, जिससे देश में 240 से अधिक लोगों की जान चली गई.
जल्द ही पहुंचा दी जाएगी अन्य सामग्री
प्रेस नोट के मुताबिक, भारत से नेपालगंज लाई गई इस खेप को द्वितीय सचिव नारायण सिंह ने भारत सरकार की तरफ से बांके के मुख्य जिला अधिकारी खगेंद्र प्रसाद रिजाल को सौंपा है. इसमें राहत सामग्री की चीजें जैसे- तिरपाल, स्लीपिंग बैग, कंबल, क्लोरीन की गोलियां और पानी की बोतलें शामिल थीं. नोट में ये भी कहा गया है कि भारत सरकार आवश्यक वस्तुओं और दवाओं के साथ अन्य राहत सामग्री की भी व्यवस्था कर रही है, जो जल्द ही पहुंचा दी जाएगी.
संकट के समय सबसे पहलें प्रतिक्रिया देने वाला देश
आपको बता दें कि भारत अपने पड़ोस और अन्य स्थानों पर संकट की स्थिति में सबसे पहले प्रतिक्रिया देने वाला देश रहा है. वहीं, नेपाल में साल 2015 में आए भूकंप के बाद भारत सबसे पहले प्रतिक्रिया देने वाला देश था और उसने विदेश में अपना सबसे बड़ा आपदा राहत अभियान – ऑपरेशन मैत्री चलाया था. इसके अलावा, नवंबर 2023 में जाजरकोट भूकंप के बाद भी भासत ने सहायता की और राहत सामग्री भेजी थी.