Nepal Flood Landslide: नेपाल में पिछले कुछ दिनों से हो रहे बारिश ने 54 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. नेपाल में हुई मूसलाधार बारिश ने तबाही मचा रखी है. यहां बाढ़ के चलते अब तक 112 लोगों की मौत हो चुकी है और सैंकड़ों लोग घायल हैं. वहीं 68 से ज्यादा लोग लापता बताए जा रहे हैं.
बारिश ने तोड़ा रिकॉर्ड
दरअसल, पिछले 24 घंटे में नेपाल की राजधानी काठमांडू में 239.7 मिलीमीटर बारिश हुई है. नेपाल के मौसम विभाग ने बताया कि काठमांडू में शनिवार को हुई इस हाहाकारी बारिश ने पिछले 54 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया. इससे पहले ऐसी बारिश 1970 में हुई थी. इससे पहले सबसे अधिक बारिश 2002 में हुई थी. 2002 में 177 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई थी. वहीं, पिछले दो दिनों के दौरान नेपाल में अधिकतर जगहों पर रिकॉर्ड बारिश दर्ज की गई है.
60 से ज्यादा नेशनल हाइवे ठप
नेपाल में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने तबाही मचा दी है. बाढ़ और भूस्खलन ने देश के कई हिस्सों में जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है. कई नेशनल हाईवे और सड़क बाधित हो गए हैं. देश में 60 से ज्यादा नेशनल हाइवे ठप हैं. सैकड़ों घर और पुल दब गए या बह गए. सैकड़ों परिवार विस्थापित हो गए. सड़क बाधित होने से हजारों यात्री विभिन्न स्थानों पर फंसे हुए हैं. इन सबके बीच नेपाल के शिक्षा मंत्रालय ने मूसलाधार बारिश के कारण उत्पन्न अराजकता के मद्देनजर सभी शैक्षणिक संस्थानों को तीन दिनों के लिए बंद करने का निर्णय लिया है.
हालात बेकाबू…
नेपाल में भारी बारिश के चलते आई बाढ़ से हालात पूरी तरह से बेकाबू हैं. नेपाल पुलिस और एपीएफ के अनुसार लगातार बारिश के कारण अब तक 112 लोगों की मौत हो गई. अभी भी कई लोग लापता बताए जा रहे हैं, जिनकी तलाश की जा रही है. वहीं 3,000 से अधिक लोगों को अब तक बचाया जा चुका है. कई जगह पर सड़कों, मुहल्लों, दुकानों और प्रतिष्ठानों में पानी भर गया है. जिसके चलते हजारों लोगों को सुरक्षित ठिकानों की ओर विस्थापित किया गया है.
चार दिनों के लिए रेड अलर्ट जारी
नेपाल पुलिस ने बताया कि काठमांडू में 226 घर जलमग्न हो गए हैं. बाढ़ प्रभावित इलाकों में नेपाल पुलिस की ओर से करीब 3,000 सुरक्षाकर्मियों की बचाव टीम तैनात की गई है. बारिश के बीच लोगों को सुरक्षित जगह पर भेजा जा रहा है. वहीं, नेपाल के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने शुक्रवार को देश में खराब मौसम की स्थिति के कारण शनिवार सुबह तक सभी घरेलू उड़ानें रद्द कर दीं. यह तब हुआ जब नेपाल के मौसम पूर्वानुमान प्रभाग ने लगातार चार दिनों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. बताते चले कि नेपाल के 77 में से 56 जिले भारी बारिश के चपेट में हैं.