New Airport in Lakshadweep: लक्षद्वीप-मालदीव विवाद के बीच केंद्र की मोदी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. इसके तहत लक्षद्वीप में नया हवाई अड्डा बनाया जाएगा. ये हवाई अड्डा लक्षद्वीप के मिनिकॉय में बनाया जाएगा. खास बात ये है कि यहां से व्यापारिक और सैन्य उड़ानें भी भरी जा सकेंगी.
चीन के दौरे पर राष्ट्रपति मुइज्जू
दरअसल, भारत ने इतना महत्वपूर्ण फैसला तब लिया है, जब मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू चीन के दौरे पर हैं. भारत सरकार ने अपने इस फैसले से मालदीव के साथ ही चीन को भी कड़ा संदेश दिया है.
पहले भी भेजा गया था प्रस्ताव
न्यूज एजेंसी ANI की मानें, तो पहले भी लक्षद्वीप के मिनिकॉय हवाई को क्षेत्र विकसित करने के लिए प्रस्ताव आया था. तब भारतीय तटरक्षक बल ने मिनिकॉय द्वीप पर हवाई पट्टी विकसित करने का सुझाव दिया था. वहीं, अब हवाई क्षेत्र को विकसित करने की ये योजना दोबारा शुरू हो सकती है.
आखिर कितना महत्वपूर्ण है एयरपोर्ट?
आपको बता दें कि विकसित होने वाला हवाई क्षेत्र भारत के लिए काफी अहम है. ये हवाई क्षेत्र तटवर्ती इलाकों में सुरक्षा के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण बताया जा रहा है. इसका प्रयोग करके भारत अरब सागर और हिंद महासगर में आसानी से नजर रखने में प्रयोग कर सकेगा. ऐसा इसलिए क्योंकि बीते दिनों हिंद और अरब महासागर में मालवाहक जहाजों पर होने वाले हमलों की संख्या में इजाफा हुआ है.
पर्यटन को भी मिलेगा बढ़ावा
इस हवाई क्षेत्र के विकसित होने के बाद भारतीय वायु सेना मिनिकॉय में और मजबूत हो जाएगी. सेना मिनिकॉय से किसी भी तरह का ऑपरेशन चलाने या जवाबी कार्रवाई करने में सबसे आगे रहेगी. इसके अलावा यहां पर्यटन को भी बढ़ावा मिल सकता है.
फिलहाल, यहां पहले से एक हवाई पट्टी है, जो अगत्ती में है, लेकिन यहां कुछ खास विमान ही उतर सकते हैं. इस हवाई पट्टी पर हर तरह के विमानों की लैंडिंग नहीं हो पाती है. नई हवाई पट्टी बने के बाद यहां हर तरह के विमानों लैंड कर सकेंगे.