New Law For Dog: इस देश की सरकार कुत्तों को लेकर लाने जा रही नया कानून, जानिए वजह

Shubham Tiwari
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Sub Editor The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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New Law For Dog: भारत से तुर्की जाने वाले पर्यटकों संख्या हर साल बढ़ती जा रही है. 2023 में तुर्की जाने वाले भारतीयों में 18 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. अगर आप भी तुर्की जाने की प्लानिंग बना रहे हैं तो यह खबर आपके लिए महत्वूर्ण हो गई है. बता दें कि तुर्की में आवारा कुत्तों का आतंक इतना बढ़ गया है कि नागरिकों को सड़क पर चलना मुश्किल हो गया है. आलम यह है कि कुत्तों पर लगाम लगाने के लिए तुर्की सरकार कानूनी लाने जा रही है.

दरअसल, तुर्की में कुत्तों का आतंक इतना बढ़ गया है कि आए दिन सैकड़ों लोगों को कुत्ते काटने का मामले सामने आ रहे हैं. रेबीज के बढ़ते मामलों ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है. जिसके चलते तुर्की सरकार एक नया कानून लेकर आ रही है. इस कानून को लेकर देश की सड़कों पर प्रदर्शन शुरू हो गए हैं.

तुर्की सरकार द्वारा लाए जा रहे इस कानून के तहत बीमार कुत्तों और नकारात्मक व्यवहार वाले कुत्तों को मारने की अनुमति दी जाएगी. इसके साथ ही कुत्तों को छोड़ने पर जुर्माना 30 गुना बढ़ाकर 6 हजार लीरा (1,800 डॉलर) कर दिया जाएगा. इस कानून के बाद जानवर प्रेमी और सुरक्षित सड़क की मांग करने वाले आमने सामने आ गए हैं और यहां प्रदर्शन शुरू हो गया है.

क्या कुत्तों को मारेगी तुर्की सरकार?

तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगान ने इस कानून पर बहस के दौरान कहा “तुर्की को किसी अन्य सभ्य देश की तरह एक समस्या का सामना करना पड़ रहा है जो तेजी से बढ़ रही है.” एर्दोगान ने कहा कि लोग “सुरक्षित सड़कों” की मांग कर रहे हैं. अब लोग सवाल उठा रहे हैं कि क्या अधिकारी सुरक्षित सड़कों के नाम पर कुत्तों की हत्या करवाएगी. हालांकि, अधिकारियों ने इस बात से इनकार किया है कि वे इस समस्या के समाधान के सामूहिक हत्या का अभियान चलाएंगे.

जानिए क्या बोल रहे जानवर प्रेमी

जानवर प्रेमी और जानवरों के लिए काम करने वाले संगठनों ने तुर्की सरकार से एक व्यापक नसबंदी अभियान चलाने की मांग की है. वहीं, विपक्ष के नेताओं ने दावा किया कि अगर ये बिल बिना बदलाव के पास होता है, तो वे इसका विरोध करेंगे और उनके महापौर इस बिल को लागू नहीं करेंगे.

दो गुटों में बटा तुर्की

ज्ञात हो कि कुत्तों की इस गंभीर समस्या के मुद्दे पर तुर्की दो धड़ों में बंट गया है. एक तरफ जहां लोग सड़कों को सुरक्षित बनाने के लिए कठोर कदमों का समर्थन कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर जानवरों की रक्षा के लिए आवाजें उठ रही हैं. ऐसे में तुर्की सरकार द्वारा आवार कुत्तों को लेकर कानून लाना और ना लाना दोनों चुनौतीपूर्ण हैं. अब समय ही बताएगा कि तुर्की इस समस्या का समाधान कैसे करता है. फिलहाल इस समस्या के समाधान होने तक यहां जाने वाले टूरिस्ट्स को सावधानी बरतने की जरूरत है. बताते चले कि तुर्की में भारतीय पर्यटक तेजी से रुख कर रहे हैं. 2022 में 2,30,000 थे. ये संख्या 2023 में बढ़कर 2,74,000 हजार हो गई है.

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