New Zealand PM Christopher Luxon to Visit India: आज 16 मार्च को न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन (New Zealand PM Christopher Luxon) पांच दिन की यात्रा पर भारत आ रहे हैं. पदभार संभालने के बाद उनकी यह पहली आधिकारिक यात्रा होगी. 20 मार्च तक चलने वाली पांच दिवसीय यात्रा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के निमंत्रण पर हो रही है.
PM लक्सन की यात्रा का उद्देश्य
पीएम लक्सन की यात्रा का उद्देश्य भारत और न्यूजीलैंड के बीच दीर्घकालिक संबंधों को मजबूत करना है, तथा विभिन्न क्षेत्रों में अपने द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने के लिए दोनों देशों की साझा प्रतिबद्धता की पुष्टि करना है. पीएम लक्सन के साथ एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी आएगा, जिसमें वरिष्ठ अधिकारी, मंत्री, व्यापारिक नेता, मीडिया प्रतिनिधि और न्यूजीलैंड में भारतीय समुदाय के सदस्य शामिल होंगे. भारत में उनका यात्रा कार्यक्रम दोनों देशों के बीच संबंधों को गहरा करने के उद्देश्य से महत्वपूर्ण राजनयिक बैठकों से भरा हुआ है.
इस दिन करेंगे PM Modi से मुलाकात
विदेश मंत्रालय द्वारा साझा किए गए कार्यक्रम के अनुसार, पीएम लक्सन भारत पहुंचने के बाद विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर से मुलाकात करेंगे. वहीं, कल 17 मार्च को पीएम लक्सन महात्मा गांधी की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित करने राजघाट जाएंगे, उसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक करेंगे. दोनों नेता व्यापार, रक्षा सहयोग और लोगों के बीच आदान-प्रदान सहित कई विषयों पर चर्चा करेंगे. पीएम मोदी अतिथि गणमान्य के सम्मान में लंच का भी आयोजन करेंगे.
10वें रायसीना डायलॉग के उद्घाटन में होंगे शामिल
पीएम लक्सन 17 मार्च को नई दिल्ली में 10वें रायसीना डायलॉग के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे और मुख्य भाषण देंगे. यह मंच पीएम लक्सन के लिए क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा मुद्दों पर चर्चा में योगदान देने के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर होगा, साथ ही भारत और हिंद-प्रशांत क्षेत्र के बीच संबंधों को भी मजबूत करेगा. 19-20 मार्च को न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री मुंबई की यात्रा करेंगे, जहां वे भारतीय व्यापार जगत के नेताओं और विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक करेंगे तथा दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देंगे.
विदेश मंत्रालय ने कहा
विदेश मंत्रालय ने कहा, “प्रधानमंत्री लक्सन की यात्रा भारत और न्यूजीलैंड के बीच दीर्घकालिक और स्थायी संबंधों को रेखांकित करती है. यह सभी क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने तथा हमारे लोगों के बीच घनिष्ठ संबंधों को गहरा करने के लिए दोनों देशों की निरंतर प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है.”