नीलाम हुआ दुनिया का सबसे महंगा पंख, कीमत जान हो जाएंगे हैरान

Raginee Rai
Raginee Rai
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
Must Read
Raginee Rai
Raginee Rai
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

New zealand; Huia Bird Feather: दुनिया में कई सारी पक्षियां है जो अपनी खुबियों के लिए जाने जाते है. अधिकांश प‍क्षी अपनी सुंदरता और आवाज के लिए जाने जाते हैं. आपने कई ऐसे पक्षियों को देखा होगा,या उनके बारे में सुना होगा जो काफी तेज उड़ते है, किसी की आवाज बेहद सुरीली होती है तो वहीं कुछ काफी शोर मचाते हैं. ऐसे ही न्‍यूजीलैंड की एक पक्षी हुआया के पंख को हाल में नीलाम किया गया. नीलामी के बाद वो पंख दुनिया की सबसे महंगा पंख बन गया है. बता दें कि हुआया पक्षी अब विलुप्त हो चुके हैं. पहले के समय में इन पक्षियों को लोग काफी पसंद करते थे. इनके पंख दिखने में बेहद खूबसूरत होते हैं.

पंख की कीमत सोच से भी परे

पंख की नीलामी 20 मई को वेब ऑक्सन हाउस में की गई. ऑक्सन हाउस ने जानकारी दी कि इस पंख की नीलामी की कीमत का अंदाजा 1 लाख 53 हजार लगाया जा रहा था, लेकिन सभी की सोच के परे इसकी नीलामी 23 लाख से ज्यादा में हुई है. ऑक्सन हाउस ने कहा कि हुआया को आखिरी बार ऑफिशियली तौर पर 20 वीं शताब्दी की शुरुआत में देखा गया था.

हाई स्टैंडर्ड को दर्शाता था ये पंख

ऑकलैंड में मौजूद ऑक्सन हाउस के हेड ऑफ डेकोरेटिव आर्ट्स लिया मॉरिस ने बताया कि यह दुर्लभ हुआया के पंख न्यूजीलैंड के प्राकृतिक इतिहास को दिखाने का काफी खूबसूरत उदाहरण है. साथ ही यह हम सभी को इकोसिस्टम की नाजुकता की याद दिलाता है.

मवेशी पक्षी के परिवार की हिस्सा हुआया की तारीफ कई सारे लोगों ने की और यही प्रशंसा इस पक्षी के लिए खराब साबित हो गया. माओरी जाति के लिए हुआया पक्षी का पंख हाई स्टैंडर्ड को दिखाता था, इस जाति के अनुसार, सफेद रंग के पंख को केवल किसी बड़े आयोजन के दौरान बालों को सजाने में इस्‍तेमाल में लाया जाता था.

व्यापार के लिए होने लगा शिकार

न्यूजीलैंड के म्यूजियम के अनुसार, इस पंख का इस्तेमाल हर कोई नहीं कर सकता था. हुआया पक्षी के पंख का इस्‍तेमाल केवल हाई रैकिंग प्रोफाइल के लोग ही बालों में या कान में पहन के लिए करते थे. एक समय बाद इस पंख का इस्तेमाल व्यापार के रूप में होने लगा. न्यूजीलैंड में इस पंख की डिमांड ज्‍यादा बढ़ गई. इस वजह से 19वीं शताब्दी में माओरी और अन्य लोगों ने इनका शिकार करना शुरू कर दिया. इन मृत पक्षियों को और उनकी खालों का सौदा कर दिया.

हुआया के लिए सबसे बूरा समय तब आया जब ड्यूक और डचेस ऑफ यॉर्क की टोपी में पंख लगे हुए तस्वीरें साल 1901 में सामने आईं. इन पक्षियों को बचाने के लिए कई स्‍कीम बनाई गई. इस पंख को राष्ट्रीय वस्तु के रूप में देखा जाता है, इसलिए इसको न्यूजीलैंड के कल्चर और हेरिटेज मिनिस्ट्री की परमिट के बिना खरीदा और बेचा नहीं जा सकता है. इस पंख को खरीदने वाला व्‍यक्ति बिना मिनिस्ट्री की परमिशन लिए देश से कहीं बाहर नहीं जा सकता है.

ये भी पढ़ें :- तेज धूप और हीट वेव से आंखों को हो सकती है कई समस्याएं, इस तरह करें बचाव

 

Latest News

अब युवाओं के हाथों में भारत का भविष्य, बोले डॉ. राजेश्वर सिंह- ‘भारत को 2047 तक 15 ट्रिलियन डॉलर जीडीपी… ‘

Thoughts Of Dr Rajeshwar Singh: बीजेपी के लोकप्रिय नेता एवं सरोजनीनगर के विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह (Rajeshwar Singh) युवाओं...

More Articles Like This