North Korea: उत्तर कोरिया इन दिनों को लगातार कोई न कोई मिसाइल का परीक्षण कर रहा है. इसी कड़ी में उसने गुरुवार को नई अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल के परीक्षण की पुष्टि की. कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी ने बताया कि बृहस्पतिवार को यह परीक्षण किम जोंग उन के आदेश पर किया गया.
उन्होंने बताया कि इसकी उड़ान पहले परीक्षण की गई किसी भी मिसाइल की अपेक्षा ज्यादा थी. केसीएनए के मुताबिक, यह परीक्षण “एक उचित सैन्य कार्रवाई” थी, जो अपने दुश्मनों की हरकतों का जवाब देने के उत्तर कोरिया के संकल्प को दर्शाती है.
ICBM के बारे में जानें
बता दें कि उत्तर कोरिया इस समय ICBM (Intercontinental Ballistic Missile) के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है. ये मिसाइलें महाद्वीपीय दूरी तक अपने लक्ष्य को भेदने में सक्षम होती है. ICBM मिसाइलों का इस्तेमाल मुख्य रूप से सैन्य उद्देश्यों के लिए किया जाता है. यह एक महत्वपूर्ण सामरिक हथियार मानी जाती है, साथ ही इनमें आमतौर पर परमाणु हथियार ले जाने की क्षमता होती है.
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दरअसल, 1950 के दशक में सोवियत संघ ने आर-7 सेमयोरका (R-7 Semyorka) नाम की पहली ICBM का परीक्षण किया था. इसके बाद अमेरिका ने अपनी ICBM प्रणाली विकसित की. ऐसे में शीत युद्ध के दौरान ICBM का विकास और तैनाती दोनों महाशक्तियों के बीच प्रतिस्पर्धा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा थी.
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