काम नहीं आई ट्रंप की तारीफ, क्रूज मिसाइल परीक्षण कर किम जोंग ने अमेरिका को दी चेतावनी

Raginee Rai
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

North Korea: अमेरिका के राष्‍ट्रपति बनने के बाद डोनाल्‍ड ट्रंप ने उत्‍तर कोरिया के शासक किम जोंग उन की जमकर तारीफ की. ट्रंप ने किम जोंग को स्‍मार्ट गाय बताया था. हालांकि ट्रंप की तारीफ काम नहीं आई और तानाशाह किम जोंग उन ने अमेरिका से फिर दुश्‍मनी मोल ली है.

रविवार को क्रूज मिसाइल सिस्‍टम का परीक्षण करने के बाद उत्‍तर कोरिया ने अमेरिका को चेतावनी दिया है. उत्‍तर कोरिया ने कहा है कि अमेरिका को कड़ा जवाब देने की तैयारी कर रहा है. किम जोंग ने कहा कि अमेरिका-दक्षिण कोरियाई सैन्य अभ्यासों की संख्या बढ़ाये जाने का ‘कड़ा’ जवाब देने का यह मेरा संकल्प है.

मिसाइल सिस्‍टम का किया परीक्षण

उत्तर कोरिया ने तीसरी बार मिसाइल सिस्‍टम का परीक्षण किया है. इस कदम से यह संकेत मिलता है कि उत्तर कोरिया अपनी अपने हथियारों के परीक्षणों और अमेरिका के खिलाफ टकराव के रुख को जारी रखेगा. आधिकारिक ‘कोरियन सेंट्रल’ समाचार एजेंसी की खबर के अनुसार, शनिवार को किम ने समुद्र से सतह पर मार करने वाली सामरिक क्रूज मिसाइल का परीक्षण देखा. ‘सामरिक’ यानी कि ऐसी मिसाइल, जो परमाणु-सक्षम हो.

उत्तर कोरिया और अमेरिका में लंबे समय से है तनातनी

एजेंसी ने बताया कि मिसाइलों ने 1,500 किमी (932 मील) की दूरी तय कर अपने लक्ष्यों को निशाना बनाया, हालांकि इसकी स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं की गई. समाचार एजेंसी ने किम जोंग के हवाले से बताया कि उत्तर कोरिया की युद्ध रोधी क्षमताएं पहले के मुकाबले बेहतर हो रही है. उन्होंने अधिक शक्तिशाली रूप से विकसित सैन्य शक्ति के आधार पर स्थिरता की रक्षा के लिए देश द्वारा कड़ी मेहनत किये जाने की पुष्टि की.

विदेश मंत्रालय ने की अमेरिका की आलोचना

एजेंसी ने रविवार को बताया कि  उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय ने जनवरी में दक्षिण कोरिया और अमेरिका के सिलसिलेवार सैन्य अभ्यासों के जरिये उत्तर कोरिया को लक्षित कर ‘गंभीर रूप से सैन्य उकसावे’ के लिए पश्चिमी देश की आलोचना की.

विदेश मंत्रालय ने कहा कि वास्तविकता यह है कि डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपल्बिक ऑफ कोरिया (DPRK) को शुरू से अंत तक अमेरिका को कड़े से कड़ा जवाब देना चाहिए, क्योंकि पश्चिमी देश कोरियाई राष्ट्र की संप्रभुता और सुरक्षा हितों को नकारता रहा है. उससे निपटने के लिए यही सर्वोत्‍तम विकल्प है. वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप पहले ही कह चुके हैं कि वह उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन से संपर्क करेंगे.

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