Nuclear War Risk: इन दिनों दुनियाभर के कई देशों में तनाव का माहौल है. इसी बीच उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने अमेरिका पर कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव और उकसावे को बढ़ाने का आरोप लगाया है. उत्तर कोरियाई मीडिया के मुताबिक, शुक्रवार को उन्होंने कहा कि यह इलाका अब तक का सबसे बड़ा परमाणु युद्ध के खतरे का सामना कर रहा है.
परमाणु युद्ध का सबसे बड़ा खतरा
उत्तर कोरियाई तानाशाह ने कहा कि कोरियाई प्रायद्वीप पर संघर्षकारी पक्ष कभी भी इतनी खतरनाक और तीव्र टकराव की स्थिति में नहीं आए, जो सबसे विनाशकारी थर्मोन्यूक्लियर युद्ध में बदल सकती है. उन्होंने ये भी कहा कि अमेरिका के साथ उनकी पिछली बातचीत से यह स्पष्ट हो गया है कि वॉशिंगटन का रवैया आक्रामक और शत्रुतापूर्ण है, जिसमें बदलाव की कोई संभावना नहीं है.
आधुनिक हथियारों पर जोर
इस दौरान किम जोंग ने अल्ट्रा-आधुनिक हथियार विकसित करने और उत्तर कोरिया की रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि इस रणनीति को देश की “रणनीतिक स्थिति” को बढ़ाने के लिए आवश्यक है. दरअसल हाल ही में उत्तर कोरिया और रूस के गहरी सैन्य साझेदारी को लेकर अंतरराष्ट्रीय आलोचना तेज हो गई है. रिपोर्ट्य के मुताबिक, हाल ही में उत्तर कोरिया को यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में रूस की मदद करने के लिए करीब 10,000 से अधिक सैनिक रूस भेजे थे.
अमेरिकी तनाव के लिए जिम्मेदार
बता दें हाल ही में किम जोंग ने अमेरिका और उसके सहयोगियों पर तनाव को “इतिहास के सबसे बुरे दौर” तक पहुंचाने का आरोप लगाया. साथ ही उन्होंने कोरियाई प्रायद्वीप को “दुनिया का सबसे बड़ा संकट क्षेत्र” करार दिया. किम जोंग का यह बयान वैश्विक राजनीति में गहराते तनाव को दर्शाता है और कोरियाई प्रायद्वीप और वैश्विक सुरक्षा के लिहाज से यह बयान चिंताजनक है. किम के अनुसार,
ऐसे में किम जोंग का कहना है कि उत्तर कोरिया अपनी सुरक्षा के लिए अत्याधुनिक हथियारों का निर्माण जारी रखेगा. ऐसे में यह घटनाक्रम अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए इशारा करता है कि उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच तनाव और बढ़ सकता है. फिलहाल, विश्व नेताओं के लिए इस मुद्दे को शांतिपूर्ण समाधान की तरफ ले जाना अब पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण हो गया है.
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