एक बार फिर चीन की दिखी चालबाजी, भारतीय नौसेना के अभ्यास से पहले ही भेजा जासूसी जहाज

Raginee Rai
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

China-India: चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आता. एक बार फिर चीन की चालबाजी सामने आई है. दरअसल, बंगाल की खाड़ी में भारतीय नौसेना की ओर से एक अभ्‍यास किया जाना है. लेकिन इससे पहले ही चीन ने अपना जासूसी जहाज जियांग यांग होंग 03 को हिंद महासागर में भेज दिया है. हालांकि चीन इस जहाज को रिसर्च जहाज बताता है, लेकिन कई बार देखा गया है कि इसका इस्‍तेमाल जासूसी में होता है.

हिंद महासागर में चीन ने भेजा जासूसी जहाज

चीन ने जहाज को ऐसे समय में हिंद महासागर में भेजा है जब भारतीय नौसेना बंगाल की खाड़ी में सब सरफेस फायरिंग करने वाला है. ओपन सोर्स इंटेलिजेंस रिसर्चर डेमियन साइमन ने एक ग्राफिक्स शेयर कर इसकी जानकारी साझा की है. साइमन ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में लगभग 595 किमी के एरिया में इंडियन नेवी सब सरफेस फायरिंग अभ्यास करने वाला है. चीन का समुद्री रिसर्च जहाज जियांग यांग होंग 03 वर्तमान में बंगाल की खाड़ी में जा रहा है. यह मिसाइल फायरिंग वाले इलाके से 120 समुद्री मील यानी 222 किमी दूरी पर चल रहा है. संभवतः चीन इसे जानकारी एकत्र करने के लिए भेजा होगा.

पहले भी भारत के मिसाइल लॉन्‍च के दौरान भेजा जासूसी जहाज

बता दें कि ये पहली बार नही है जब चीन ने ऐसी हरकत की है. इससे पहले भी जब भारत को मिसाइल लॉन्च करना था तब चीन ने जासूसी जहाजों को भेजा था. मार्च में भारत ने ओडिशा तट पर मिसाइल लॉन्च के लिए अलार्म जारी था. इसके कुछ दिनों बाद ही एक चीनी रिसर्च जहाज भारत के पूर्वी समुद्री तट पर आ पहुंचा. इसके बाद अग्नि पांच मिसाइल का सफल परीक्षण किया गया.

भारत के लिए खतरा है यह जहाज

चीन के ये कथित समुद्री रिसर्च पोत जासूसी के लिए इस्तेमाल होते हैं. चीन का कहना है कि वह इससे समुद्र का शोध कर रहा है. हालांकिे ऐसा बिल्‍कुल भी नहीं है. एक्सपर्ट्स वॉर्निंग दे चुके हैं कि इस पोत में सैन्य ग्रेड के उपकरण लगे हो सकते हैं. यह समुद्र की मैपिंग कर सकता हैं जो भारत के साथ युद्ध में चीनी पनडुब्बियों को फायदा पहुंचा सकता है.

ये भी पढ़ें :- अगस्त में यूक्रेन जा सकते हैं पीएम मोदी, जेलेंस्‍की-मोदी की बैठक पर रहेगी दुनिया की नजर

 

More Articles Like This

Exit mobile version