Pak-Russia: लंबे समय से रूस को भारत और अमेरिका को पाकिस्तान का भरोसेमंद दोस्त माना जाता रहा है. हालांकि बीते कुछ समय से ये स्थिति बदलती हुई नजर आ रही है. अब रूस और भारत के दुश्मन पाकिस्तान के बीच ना सिर्फ व्यापार के क्षेत्र में बल्कि सैन्य साझेदारी में भी संबंध बेहतर होते दिख रहा है. पाकिस्तान और रूस ने संयुक्त सैन्य अभ्यास शुरू किया है. पाकिस्तान के पाब्बी में ये संयुक्त अभ्यास चल रहा है.
पाकिस्तानी आर्मी मीडिया और पब्लिक रिलेशन विंग आईएसपीआर ने मंगलवार कोइस ज्वाइंट ड्रिल की जानकारी दी है. दोनों देशों की सेनाओं के बीच यह 7वां आतंकवाद विरोधी साझा अभ्यास है. इस ज्वाइंट मिलिट्री एक्सरसाइज को द्रुजबा VII नाम दिया गया है. जिसमें द्रुजबा का अर्थ है दोस्ती और VII इसलिए जोड़ा गया है क्योंकि ये सांतवां संयुक्त अभ्यास है.
एससीओ समिट के दौरान सैन्य अभ्यास शुरू
ये संयुक्त सैन्य अभ्यास ऐसे समय में हो रहा है, जब राजधानी इस्लामाबाद में एससीओ शिखर सम्मेलन चल रही है. दो दिवसीय एससीओ समिट की शुरुआत मंगलवार को हुई है. इस सम्मेलन में शामिल होने के लिए कई बड़े नेता इस्लामाबाद में पहुंचे हैं. भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर भी पाकिस्तान पहुंचे हैं. विदेश मंत्री डॉ जयशंकर मंगलवार शाम को ही पाकिस्तान इस्लामाबाद पहुंचे.
दो हफ्ते तक चलेगा सैन्य अभ्यास
आईएसपीआर ने जारी बयान में कहा कि दोनों देशों की सेना के इस संयुक्त अभ्यास का उद्देश्य मित्र देशों के बीच ऐतिहासिक सैन्य संबंधों का उपयोग करना और संयुक्त प्रशिक्षण के जरिए पेशेवर कौशल को निखारना है. ये अभ्यास अगले दो हफ्ते तक चलेगा. आईएसपीआर ने जानकारी दी कि दो हफ्ते तक चलने वाला यह अभ्यास 13 अक्टूबर को राष्ट्रीय आतंकवाद-रोधी केंद्र, पाब्बी में शुरू हुआ, जिसमें पाकिस्तान सेना के लाइट कमांडो ट्रूप्स और रूसी सैन्य दल ने हिस्सा लिया. इससे पहला सैन्य अभ्यास द्रुजबा-VI तीन साल पहले 2021 में रूस के मोल्किनो ट्रग क्षेत्र में हुआ था.
करीब आ रहे रूस-पाकिस्तान
बयान में कहा गया है कि पाकिस्तानी सशस्त्र बल नियमित तौर पर युद्ध की तैयारी बढ़ाने, प्रशिक्षण और वर्तमान सैन्य सिद्धांत में समस्याओं की पहचान करने के लिए दूसरे देशों के साथ संयुक्त सैन्य अभ्यास करते हैं. ये भी इसी कड़ी का एक हिस्सा है. भारत के भरोसेमंद दोस्त रूस के पाकिस्तान के साथ बीते कुछ सालों में कई क्षेत्रों में संबंध बेहतर हुए है. इसमें सैन्य सहयोग भी शामिल है. दोनों देश संयुक्त सैन्य अभ्यास कर रहे हैं और हथियारों की डील भी की जा रही है. रूस का पाकिस्तान के साथ व्यापार भी काफी तेजी से बढ़ा है. दोनों देशें के बीच व्यापार इस साल 1 अरब डॉलर तक पहुंच गया है.
ये भी पढ़ें :- 2 कट्टर प्रतिद्वंद्वी, 20 सेकंड की बात… पीएम शहबाज और एस जयशंकर की मुलाकात पर क्या बोल गया पाकिस्तानी मीडिया