इस्लामाबाद में आज PTI करेगी विरोध प्रदर्शन, देश में लॉकडाउन जैसे हालात; मोहसिन नकवी ने भी दी चेतावनी

Aarti Kushwaha
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Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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Pakistan: पिछले एक साल से जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पीटीआई ने  आज विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया है. पाकिस्‍तान की तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी की कोशिश सरकार पर दबाव बनाने की है, जिससे जेल में बंद उनके नेताओं की रिहाई हो सके. हालांकि विरोध प्रदर्शन के ऐलान के बाद पीटीआई के चीफ बैरिस्टर गौहर अली खान को देश के आंतरिक मंत्री मोहसिन नकवी ने चेतावनी दी.

उन्होंने कहा कि देश में बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको तीन दिवसीय दौरे के लिए 25 नवंबर को आने वाले है, जबकि उनका 80 लोगों का प्रतिनिधिमंडल 24 नवंबर को पहुंचेगा. ऐसे में किसी भी तरह का प्रोटेस्ट नहीं होना चाहिए. इस पर बैरिस्टर गौहर ने कहा कि इस विरोध प्रदर्शन का ऐलान इमरान खान ने किया है और इसको वो ही रोक सकते हैं.

देश में लॉकडाउन जैसे हालात

ऐसे में ए‍क ओर जहां पीटीआई इस विरोध प्रदर्शन को करने के लिए मीटिंग कर रही है. वहीं, दूसरी तरफ शहबाज शरीफ सरकार इस प्रर्दशन को कुचलने के लिए दमन पर उतर आई है. दरअसल, PTI कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ने से रोकने के लिए इस्लामाबाद की 37 सड़कों पर बड़े-बड़े कंटेनर रख दिए गए हैं. साथ ही भारी संख्या में सुरक्षा बलों की भी तैनाती की गई है.

सुरक्षा के पुख्‍ता इंतजाम

इस दौरान संसद, सुप्रीम कोर्ट समेत सभी महत्वपूर्ण सरकारी इमारतों की सुरक्षा के पुख्‍ता इंतजाम किए गए है, इतना ही नहीं, इस विरोध प्रर्दशन के ऐलान के बाद शहर में धारा 144 लागू कर दी गई है साथ ही दो महीने के लिए सार्वजनिक समारोहों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. इसके अलावा, इस्लामाबाद और रावलपिंडी में इंटरनेट, मोबाइल सेवाओं और पब्लिक ट्रांसपोर्ट ठप कर दिया गया है.

इमरान खान ने क्यों किया प्रदर्शन का ऐलान?

पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने 24 नवंबर को देश में विरोध प्रदर्शन का ऐलान काते हुए कहा कि यह गुलामी की बेड़ियां तोड़ने के लिए प्रदर्शन है. इस प्रदर्शन का मकसद देश में लोकतंत्र, कानून और मानवाधिकारों को बहाल करना है. उन्‍होंने कहा कि कानून, संविधान और मानवाधिकारों को पाकिस्तान में सस्पेंड कर दिया गया है, जो लोगों को मजबूर कर रहा है कि सड़कों पर उतरे और कुर्बानी दें.

PTI ने सरकार पर साधा निशाना

विरोध प्रदर्शन रोकने के लिए सरकार के उठाए गए कदमों की पीटीआई ने आलोचना की है. उन्‍होंने कहा कि सरकार ने आजादी पर अंकुश लगाया है. साथ ही नागरिकों से उनके आंदोलन, व्यापार, रोजगार और संचार के अधिकार छीनने का आरोप भी लगाया है. उन्‍होंने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि इस देश के 24 करोड़ लोग अपने सेल्फ सेंटर्ड आकाओं से तंग आ चुके हैं, जिन्होंने पिछले ढाई सालों के दौरान देश को आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक रूप से बर्बाद कर दिया है.

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