Pakistan News: आर्थिक तंगी से जूझ रहा पाकिस्तान इन दिनों घरेलू कलह से जूझ रहा है. यहां की राजनीतिक पार्टियां सेना को भी नहीं छोड़ रही हैं. इमरान की पार्टी पीटीआई ने कार्यकर्ताओं पर हो रहे एक्शन के विरोध में खैबर पख्तूनख्वा विधानसभा में एक प्रस्ताव पारित किया है. यह प्रस्ताव सेना के खिलाफ बताया जा रहा है.
दरअसल, पाकिस्तान के सूबे खैबर पख्तूनख्वा के विधानसभा के अंदर इमरान खान की पार्टी के नेता शफीकुल्ला जान ने पाकिस्तानी सेना पर हमला बोला. PTI नेता शफीकुल्ला जान ने कहा कि सेना कहती है कि उसका राजनीति से कुछ लेना-देना नहीं हैं, लेकिन जब भी प्रेस कांफ्रेंस करती है तो सिर्फ इमरान खान की बातें करती है. उन्होंने कहा इमरान खान सेना के नसों में सवार है और वह सेना को शर्मिंदा करके जेल से बाहर आएंगे.
जानिए क्या है प्रस्ताव…
खैबर पख्तूनख्वा के विधानसभा में बयान देते हुए पीटीआई नेता शफीकुल्ला जान ने कहा कि पाकिस्तान में जब से इमरान खान सत्ता से हटे है, तब से उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं को पाकिस्तानी सेना की कार्रवाई का शिकार होना पड़ रहा है. हाल में ही यह कार्रवाई और भी तेज हुए है. इसी के विरोध में खैबर पख्तूनख्वा विधानसभा में एक प्रस्ताव पारित किया गया है, जिसमें कहा गया है कि सेना को राजनीतिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए. इस प्रस्ताव में संविधान का उल्लंघन करने वाले सेना के अधिकारियों के खिलाफ कोर्ट मार्शल की कार्रवाई की मांग की गई है.
विधायकों ने की सेना की आलोचना
बता दें कि खैबर पख्तूनख्वा में दो दिन के विधानसभा के सत्र में पीटीआई विधायकों ने सेना की कड़ी आलोचना की और अपने कार्यकर्ताओं पर हो रहे एक्शन का विरोध किया. विधानसभा की कार्यवाही देखकर आप अंदाजा लगा सकते हैं कि इस समय पीटीआई के रिश्ता पाकिस्तानी सेना से कितने खराब हैं.
पीटीआई के खिलाफ कार्रवाई
पाकिस्तान में पीटीआई के खिलाफ हो रही कार्रवाई और इसके के विरोध में हो रहे प्रदर्शन पर टिप्पणी करते हुए पाकिस्तान के मानवाधिकार कार्यकर्ता और पूर्व सीनेटर मुस्तफा नवाज खोखर ने कहा कि खैबर विधानसभा में हो रही चर्चाएं संघीय सरकार के लिए बेहद चिंताजनक हैं. उन्होंने खैबर पख्तूनख्वा पुलिस के प्रदर्शन पर भी चिंता जाहिर की और कहा कि यह कोई मामूली मामला नहीं है और यह बताता है कि देश में कितनी गंभीर स्थिती है.