Pakistan Minister Ishaq dar: भारत और पाकिस्तान के बीच खराब संबंधों के बीच पाकिस्तान के उपप्रधानमंत्री एवं विदेश मंत्री इशाक डार ने दोनों देशों के बीच समान्य संबंधों स्थापित करने की बता कही है उन्होंने कहा है कि दोनों देशों के बीच संबंधों को समान्य बनाने के लिए आपसी इच्छाशक्ति की जरूरत है. इशाक डार ने हाल ही में विदेश कार्यालय में मीडिया से वार्ता के दौरान पिछले साल पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) सरकार के सत्ता में आने के बाद से पाकिस्तान के कूटनीतिक प्रयासों पर प्रकाश डाला.
दरअसल, डार से जब भारत के साथ पाकिस्तान के संबंधों को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने संयुक्त रूप से किए जा रहे प्रयासों पर जोर देते हुए कहा कि ताली एक हाथ से नहीं बजती.
मोहम्मद यूनुस के निमंत्रण पर बांग्लादेश जाएंगे डार
वहीं, हाल ही में डार ने बांग्लादेश यात्रा की योजना को लेकर कहा कि हसीना सरकार के अपदस्थ होने के बाद इस्लामाबाद और ढाका के संबंधों का पुनर्निर्माण किया जा रहा है. डार ने बताया कि हाल ही में काहिरा में एक बैठक के दौरान उन्हें बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस से निमंत्रण मिला था.
ऐसे में उन्होंने कहा कि बांग्लादेश एक बिछड़े हुए भाई की तरह है. हमारा लक्ष्य आर्थिक और व्यापारिक सहयोग को मजबूत करना है. 5 अगस्त को छात्रों के नेतृत्व वालें आंदोलन ने तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना को सत्ता से बेदखल कर दिया गया था, जिसके बाद यूनुस ने मुख्य सलाहकार का पद संभाला था.
डार ने इन दावों को किया खारिज
इतना ही नहीं, उन्होंने देश के अलग-थलग पड़ने के दावों को भी खारिज कर दिया. डार ने कहा कि ‘‘जब हमने सत्ता संभाली थी, तो कूटनीतिक अलगाव की धारणा थी. हालांकि, अपनी कूटनीतिक पहुंच का विस्तार करने और क्षेत्रीय पड़ोसियों के साथ जुड़ने से यह धारणा बदल गई है.
वहीं, अफगानिस्तान पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने काबुल के साथ संबंधों को मजबूत करने संबंधी पाकिस्तान की इच्छा व्यक्त की. साथ ही यह स्वीकार भी किया कि देश में आतंकवाद एक बड़ी चुनौती बनी हुई है. डार ने कहा कि आतंकवादी हमलों के वजह से ही प्रस्तावित यात्राएं स्थगित कर दी गई हैं. इसके अलावा उन्होंने तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के साथ बातचीत करने के लिए पूर्व खुफिया प्रमुख जनरल फैज हमीद की भी आलोचना की.
परमाणु ऊर्जा परियोजना शुरू करने की घोषणा
इसके अलावा, पाकिस्तान के परमाणु ऊर्जा क्षेत्र में प्रगति पर प्रकाश डालते हुए डार ने ‘चश्मा 5’ (सी-5) परमाणु ऊर्जा परियोजना शुरू करने की घोषणा की, जिसे ‘के2’ और ‘के3’ परियोजनाओं को पूरा करने के बाद 2023 में चीन के साथ अंतिम रूप दिया जाएगा. वहीं, विदेशमंत्रालय की निवर्तमान प्रवक्ता मुमताज जहरा बलोच ने ग्वादर बंदरगाह के सैन्य इस्तेमाल की अफवाहों को खारिज करते हुए कहा कि ‘‘ग्वादर बंदरगाह पाकिस्तान के विकास के लिए है और इसे चीन के सहयोग से बनाया गया है.’’
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