Pakistan News: राष्ट्रगान के दौरान नहीं खड़े हुए अफगानिस्तान के अधिकारी, पाकिस्तान ने किया विरोध

Shubham Tiwari
Sub Editor The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Pakistan News: पाकिस्तान पेशावर में मंगलवार को इस्लामिक पैगम्बर मोहम्मद के जन्मदिन यानी ईद मिलाद उन नबी के मौके पर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था. इस कार्यक्रम में खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर ने अफगानिस्तान के अधिकारियों को आमंत्रित किया था. कार्यक्रम के दौरान पाकिस्तान का राष्ट्रगान बजाया गया, तब सभी लोग खड़े हुए लेकिन अफगानिस्तान के अधिकारी बैठे रहे. इसको लेकर पाकिस्तान ने कड़ा विरोध जताया और अफगान राजनयिकों पर राष्ट्रगान का अपमान करने का आरोप लगाया.

पाकिस्तान ने जताया विरोध

बता दें कि पाकिस्तान पेशावर में आयोजित इस कार्यक्रम का वीडियो भी वायरल हो रहा है. जिसमें देखा जा सकता है कि अफगानिस्तान के अधिकारी बैठे हुए हैं और बाकी सब खड़े हैं. पाकिस्तान विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलूच ने इस मामले को लेकर एक बयान में कहा कि मेजबान देश के राष्ट्रगान का अनादर राजनयिक मानदंडों के खिलाफ है. अफगानिस्तान के कार्यवाहक महावाणिज्य दूत का यह कृत्य निंदनीय है. हम इस्लामाबाद और काबुल दोनों में अफगानिस्तान के अधिकारियों को अपना कड़ा विरोध जता रहे हैं.

जानिए क्या बोला अफगानिस्तान

अफगानिस्तान के अधिकारियों को खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर ने आमंत्रित किया था. वहीं, इस मामले पर अफगान वाणिज्य दूतावास पेशावर के प्रवक्ता ने सफाई देते हुए एक बयान जारी किया और कहा कि उनका पाकिस्तान के राष्ट्रगान का अपमान करने का कोई इरादा नहीं था. उन्होंने कहा, ‘क्योंकि राष्ट्रगान में म्यूजिक था, इसलिए अफगान महावाणिज्य दूत राष्ट्रगान के बजते वक्त खड़े नहीं हुए.

यही नहीं अफगान वाणिज्य दूतावास के प्रवक्ता ने आगे यह भी कहा कि हमने म्यूजिक की वजह से अपने ही राष्ट्रगान पर बैन लगा दिया है. अफगान राजनयिक जाहिर तौर पर राष्ट्रगान के सम्मान में अपने सीने पर हाथ रखकर खड़े होते, अगर राष्ट्रगान को बिना म्यूजिक के बजाया जाता. इसलिए मेजबान देश (पाकिस्तान) के राष्ट्रगान का अपमान करने का सवाल ही नहीं उठता है.

 

More Articles Like This

Exit mobile version