जम्मू कश्मीर में हुई बंपर वोटिंग तो पाकिस्तान को लगी मिर्ची, भारत के खिलाफ उगला जहर, UN के प्रस्ताव की भी दिलायी याद

Aarti Kushwaha
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Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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Pakistan: पाकिस्तान ने एक बार फिर भारत के खिलाफ जहर उगला है. उसने जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद हो रहे विधानसभा चुनाव को हास्यस्पद बताया है. दरअसल, 18 सितंबर को जम्मू-कश्मीर की 24 विधानसभा सीटों पर वोटिंग हुई थी, जिसके बाद पाकिस्‍तान की ये टिप्‍पणी सामने आयी है.

जम्‍मू कश्‍मीर में हुई पहले फेज की वोटिंग के बाद पाकिस्तान विदेश कार्यालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलूच ने कहा कि भारत के अवैध रूप से कब्जे वाले जम्मू और कश्मीर (IIOJK) में इस चुनाव का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोई वैल्यू नहीं है.

UN के प्रस्ताव की याद दिला रहा PAK

जहरा बलूच ने भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव की याद दिलाई. उन्‍होंने कहा कि यूएन के प्रस्ताव में साफ साफ लिखा है कि जम्मू-कश्मीर विवाद का अंतिम समाधान संयुक्त राष्ट्र की निगरानी में जनमत संग्रह के माध्यम से और कश्मीर के लोगों की इच्छा के मुताबिक किया जाएगा. साथ ही उनहोंने ये भी कहा कि दशकों कश्‍मीर के लोग कब्जे में हैं.

कश्‍मीर में चुनाव की कोई वैधता नहीं

बलूच ने कहा कि कश्मीरी राजनीतिक कैदियों की संख्या हजारों में है, जिसमें से 14 राजनीतिक दलों को गैरकानूनी घोषित कर दिया गया है. उन्‍होंने कहा कि कश्‍मीर में डर और भय के ऐसे माहौल में इस चुनाव की कोई कानूनी वैधता नहीं है. पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के मुताबिक जम्मू-कश्मीर विवाद के न्यायसंगत और शांतिपूर्ण समाधान के लिए कश्मीरी भाइयों और बहनों को राजनीतिक, राजनयिक और नैतिक समर्थन देना जारी रखेगा.

अंतरराष्ट्रीय विवादित मुद्दा है कश्मीर

हालांकि इससे पहले भी बलूच ने जम्मू-कश्मीर के विवाद पर इसी तरह का बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि जम्मू-कश्मीर के विवाद को एकतरफा तरीक से नहीं सुलझाया जा सकता है. बलूच ने कहा कि यह मुद्दा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विवादित है. इसे सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों और कश्मीर के अवाम की इच्छाओं के मुताबिक हल किया जाना चाहिए.

कूटनीति और बातचीत के लिए प्रतिबद्ध पाकिस्‍तान

पाकिस्‍तानी विदेश कार्यालय की प्रवक्‍ता जोहरा बलूच ने कहा कि इस अनसुलझे विवाद का समाधान दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण है. पाकिस्तान कूटनीति और बातचीत के लिए प्रतिबद्ध है लेकिन किसी भी शत्रुतापूर्ण कार्रवाई का वह दृढ़ता से जवाब देगा.

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