Pakistan Nuclear Ballistic Missile Program: पाकिस्तान पहले से ही कई समस्याओं से घिरा हुआ है. ऐसे में अब अमेरिका ने भी बड़ी कार्रवाही कर दी है, दरअसल अमेरिका की यह कार्रवाई पाकिस्तान के परमाणु मिसाइल कार्यक्रम पर की गई है.
बता दें कि अमेरिकी वाणिज्य विभाग के उद्योग और सुरक्षा ब्यूरो ने असुरक्षित परमाणु गतिविधियों में संलिप्तता के चलते एक दर्जन से अधिक पाकिस्तानी कंपनियों को अपनी निगरानी सूची में शामिल किया है. इन पाकिसतानी कंपनियों को अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति के लिए खतरा माना जा रहा है.
पाकिस्तान ने भी दी प्रतिक्रिया
वहीं, इस मामले में पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने प्रतिक्रिया दी है. विदेश मंत्रालय कि प्रवक्ता शफकत अली खान ने अमेरिका के इस कदम को अनुचित बताते हुए कहा कि अमेरिका के इस फैसले का पाकिस्तान के आर्थिक विकास पर प्रभाव पड़ेगा. हालांकि इससे पहले भी सात अन्य कंपनियों को भी पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम में मदद करने के कारण प्रतिबंधों का सामना करना पड़ा.
पाकिस्तान समेत इन देशों के कंपनियों पर पड़गा प्रभाव
बता दें कि अमेरिका ने यह कदम ऐसे समय में उठाया है जब हाल ही में निर्यात प्रशासन विनियमों (EAR) में बदलाव किए गए हैं. अमेरिका के इस कदम का असर न सिर्फ पाकिसतान बल्कि चीन, ईरान, दक्षिण अफ्रीका और यूएई की 70 कंपनियों पर पड़ेगा.
इन पाकिस्तानी कंपनियों पर गिरी गाज
वहीं, परमाणु संबंधी गतिविधियों के लिए अमेरिकी लिस्ट में जोड़ी गई पाकिस्तानी कंपनियों में ब्रिटलाइट इंजीनियरिंग, इंटेनटेक इंटरेशनल, इंट्रालिंक इनकॉर्पोरेटेड, प्रोक मास्टर, रहमान इंजीनियरिंग एंड सर्विसेज और अन्य शामिल हैं. इस मामले में अमेरिका का कहना है कि पाकिस्तान के जिन कंपनियों के खिलाफ एक्शन लिया गया है, वो अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा या विदेश नीति के विपरीत काम कर रही हैं.
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