Pakistan Nuclear Policy: पाकिस्तान ने गैर कानूनी तरीके से बनाया परमाणु बम, पाकिस्तानी एक्सपर्ट ने खोले सारे राज

Shubham Tiwari
Sub Editor The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Pakistan Nuclear Policy: पाकिस्तान द्वारा परमाणु परीक्षण किए 26 साल हो गए हैं. साल 1998 में परमाणु परीक्षण करने के बाद भी पाकिस्तान आज तक अपनी परमाणु नीति नहीं बना पाया है. इसके पीछे की वजह पाकिस्तानी एक्सपर्ट ने भारत का डर बताया है. वहीं, इस बात को भी पाकिस्तान ने स्वीकार किया है कि उसने परमाणु बन बनाने में गैर कानूनी तरीकों का इस्तेमाल किया है.

दरअसल, पाकिस्तान अपने परमाणु बम को अक्सर इस्लामिक बम कहता है. पाकिस्तान द्वारा परमाणु भारत के खिलाफ बनाया गया. पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति ने साल 1964 में कहा था कि ‘भारत यदि परमाणु बम हासिल कर लेता है तो पाकिस्तान को चाहे घास या पत्तियां खाना पड़े लेकिन परमाणु बम हासिल करके रहेगा.’  जिसके बाद साल 1998 में परमाणु परीक्षण तो पाकिस्तान ने कर लिया. लेकिन अभी तक इसको लेकर अपनी परमाणु नीति नहीं घोषित की है.

पाकिस्तान ने क्यों नहीं घोषित की परमाणु नीति?

26 साल बीत जाने के बाद भी आखिर पाकिस्तान ने परमाणु नीति नहीं घोषित की है, इसको लेकर पाकिस्तानी एक्सपर्ट ने बड़ा खुलासा किया है. इस पूरे मामले पर पाकिस्तानी एक्सपर्ट कमर चीमा ने इस्लामाबाद एयर यूनिवर्सिटी (Air University) में डीन डॉ. आदिल सुल्तान से बात की है. डॉ. आदिल सुल्तान बताया, ‘भारत ने जब साल 1974 में पहली बार परमाणु परीक्षण किया तो पाकिस्तान में पहली बार सोच आई कि भारत को काउंटर करने के लिए परमाणु बम हासिल करना चाहिए. इसके पीछे पाकिस्तान के अंदर साल 1971 का डर छुपा था, जब भारत ने पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिए थे.’

गैरकानूनी तरीकों का किया गया इस्तेमाल

डॉ. आदिल सुल्तान ने परमाणु बम के बारे में जानकारी देते हुए आगे बताया, ‘परमाणु वैज्ञानिक अब्दुल कदीर खान का इसमें बड़ा रोल था, लेकिन परमाणु बम हासिल करना किसी एक व्यक्ति के बस की बात नहीं थी. इस दौरान आदिल सुल्तान ने स्वीकार किया कि दूसरे देशों से पाकिस्तान में परमाणु तकनीकी पहुंचने में गैरकानूनी तरीकों का इस्तेमाल किया गया.

पाकिस्तान का परमाणु बम सिर्फ इस्लाम के लिए

इस्लामाबाद एयर यूनिवर्सिटी की डीन डॉ. आदिल सुल्तान ने बताया, ‘पाकिस्तान में एक आम धारणा है कि पाकिस्तान का परमाणु बम इस्लाम के लिए है. जब भी जरूरत होगी पाकिस्तान इसे इस्लामिक देशों की मदद के लिए इस्तेमाल करेगा. सुल्तान ने कहा कि असल में ऐसा नहीं है, ‘इस्लामिक भाईचारा अलग बात है, लेकिन जब परमाणु बम की बात आएगी तो यह सिर्फ पाकिस्तान के लिए इस्तेमाल होगा.’

क्यों नहीं बना पा रहा परमाणु नीति

डॉ. आदिल सुल्तान से जब पूछा गया कि पाकिस्तान ने अभी तक अपनी परमाणु नीति क्यों नहीं बना पाया? जिसका जवाब देते हुए आदिल ने कहा कि पाकिस्तान के पास भले ही परमाणु नीति नहीं है, लेकिन जरूरत पड़ने पर पाकिस्तान इसका इस्तेमाल करने से हिचकेगा नहीं. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अगर परमाणु बम को लेकर सारे पत्ते खोल देगा तो भारत उसपर तुरंत दबाव बना लेगा. इसी वजह से पाकिस्तान परमाणु नीति पर चुप रहता है. पाकिस्तान को इसका फायदा भी हुआ है, साल 1998 के बाद से भारत ने पाकिस्तान पर कोई सैन्य कार्रवाई नहीं की है.

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